बुलंदशहर। जेल में बंद गैंगरेप के आरोपी एक कैदी ने जेल की सलाखों के पीछे से ही अपनी बीबी का कत्ल करवा दिया। जेल में बंद यह कैदी अपनी बीबी और जेल की कैद से निजात चाहता था।
उसने अपने दो साथी कैदियो के साथ कुछ ऐसी खौफनाक साजिश रची कि मर्डर केस की तफ्तीश करने वाली पुलिस भी हैरत में पड़ गई।
तारीख 30 अगस्त 2016 को बुलंदशहर के महमदपुर गांव में पुराने मंदिर के पास बने संजू के घर से अचानक बच्चों की चीखों ने गांववालों की नींद खोल दी। गांववालों का हुजूम जब मौका-ए-वारदात पर पहुंचा तो घर के कमरे में बबिता की लाश पड़ी थी। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बबिता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
बता दें कि बबिता अपने घर में 5 बच्चों और बूढ़ी सास के साथ रहती थी। बबिता का पति संजू 2 साल से एक गैंगरेप के केस में जेल में बंद था। मौके पर पुलिस के पहुंचते ही बबिता की सास जावित्री ने गांव के तीन लोगों पर बबिता के कत्ल का इल्जाम लगाकर केस दर्ज करा दिया।
ये तीनों लोग उस गैंगरेप केस के वादी थे जिसमें संजू जेल में बंद था। मौका-ए-वारदात की चश्मदीद बबिता की बेटी ने जब जुबान खोली तो केस की तफ्तीश पुलिस को मजबूरन सच्चाई की ओर मोड़नी पड़ी।
पति ने ही रची थी हत्या की साजिश
एसपी देहात पंकज कुमार पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि कत्ल के आरोप बबिता की सास और उनके रिश्तेदारों पर थे। पुलिस ने जब इस लाइन पर तहकीकात को आगे बढ़ाया तो गुनाह की कड़ियां जेल से जुड़ी हुई मिली।
दरअसल, जेल में बैठे संजू से उसकी मां जावित्री अपनी बहू के बदचलन हो जाने का इल्जाम लगाती थी। इधर संजू जेल से रिहा होने के लिए काफी समय से परेशान था। उसने जेल की सलाखों के पीछे बैठकर एक तीर से दो शिकार करने की साजिश रची।
अपने साथ जेल में बंद रहे हिस्ट्रीशीटर सतेन्द्र और सूरज के जमानत पर छूटते ही संजू ने 50 हजार रूपए में अपनी बीबी के कत्ल का सौदा कर दिया। कोर्ट में अपनी पेशी के दौरान उसने सतेन्द्र को 15 हजार की पेशगी भी दे दी। बाद में सतेन्द्र और सूरज ने संजू के घर जाकर उसकी बीबी बबिता को गला काटकर मार डाला।
बेटी ने खोला मां की हत्या का राज
संजू के बहनोई सुनील और मां जावित्री ने 12 अगस्त को जेल में मिलकर बबिता की साजिश का ताना-बाना बुना था और कत्ल के बाद किस तरह गैंगरेप के आरोपियों को केस में नामजद कराना है इसकी भी स्क्रिप्ट तय हुई थी।
आरोपियो ने जैसा सोचा था वैसा ही होता, लेकिन हत्याकांड की चश्मदीद बबिता की बेटी ने असली हत्यारों की कहानी दुनियां के सामने खोल दी। फिलहाल सुनील के अलावा केस के बाकी आरोपी फरार है और पुलिस उन्हें सरगर्मी से तलाश रही है।