जम्मू। जम्मू-कश्मीर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को शहीदी दिवस पर देश की अखंड़ता के लिए शहीद होने वाले पुलिस व सुरक्षाबलों के जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर की पुलिस देश में सबसे बेहतरीन पुलिस बननी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बंदूक और गोली किसी भी मसले का हल नहीं है बड़े से बड़ा मसला बातचीत से ही हल हो सकता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में लोग शांति बहाली में अपना योगदान दें और मैं वादा करती हूं कि मैं प्रधानमंत्री से मिलकर कश्मीर की बेहतरी के लिए हर सम्भव प्रयास करूगी।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने कश्मीर में अशांति व हिंसा बडकाने के लिए बच्चों व युवाओं को गुमराह किया जो कश्मीर के लिए सहीं नहीं है। वह युवाओं व बच्चों को आगे कर हिंसा करवाते हैं और खुद पीछे से भाग जाते हैं।
जिन बच्चों व युवाओं के हाथों में बालीबाल व बैट होना चाहिए, उनके हाथों में पत्थर थमाना कभी सही नहीं ठहराया जा सकता। कश्मीर की स्थिति में सुधार को देखते हुए कहा कि शांति स्थापित होने पर अफ्सपा हटाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास लिखित समझौते हैं कि एक बार स्थिति शांतिपूर्ण हो जाए तो हम इस कानून को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
उन्होंने जम्मू कश्मीर की पुलिस से आग्रह किया कि जो युवा गुम हो चुके हैं और चरमपंथी संगठन ज्वाइन करना चाहते हैं उन्हें मुख्य धारा में वापस लाने के प्रयास किए जाएं।
उन्होंने ऐसे युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे वापस आएं और अपने तथा देश के विकास में अपनी भागीदारी निभाएं।