श्रीनगर। दक्षिणी कश्मीर के त्राल में शनिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर सबजार बट मारा गया। सबजार ने बुरहान वानी की जगह संगठन की कमान संभाली थी। उसके साथ एक अन्य आतंकवादी भी मारा गया।
इस मुठभेड़ के बाद घाटी में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिसमें एक नागरिक के मारे जाने की खबर है। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां बुरहान वानी की मौत के बाद पिछले साल उपजी अस्थिरता के हालात पर काबू पाने में लग गई हैं।
जम्मू एवं कश्मीर के बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा के नजदीक रामपुर सेक्टर में शनिवार को ही सेना ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम करते हुए छह अन्य आतंकवादियों को भी मार गिराया।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद ने बट के मारे जाने की पुष्टि की है। पुलवामा जिले के त्राल उपमंडल में स्थित सैमोह गांव में चार घंटे तक चली मुठभेड़ में 28 वर्षीय सबजार को मार गिराया गया।
बट उर्फ अबू जरार ने आठ जुलाई, 2016 को अनंतनाग में सुरक्षा बलों के अभियान में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की जगह संगठन की कमान संभाली थी।
सेना की राष्ट्रीय राइफल्स इकाई का आतंकवाद-रोधी दस्ता शुक्रवार की शाम गश्त पर था, उसी दौरान त्राल के नजदीक दस्ते पर गोलीबारी की गई। हमले के बाद सुरक्षा बलों ने सैमोह गांव के दो घरों को घेर लिया, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे।
पुलिस ने बताया कि शनिवार की सुबह सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई और सुरक्षा बलों ने बंकर के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे दोनों घरों को तबाह कर दिया, इसके बाद ही मुठभेड़ थमा।
एसपी वैद ने इससे पहले बताया था कि सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को घेर लिया है, हालांकि मुठभेड़ के बाद सिर्फ दो आतंकवादियों के शव ही मिले। उनमें से एक की पहचान मुजाहिदीन कमांडर बट के रूप में की गई।
बट के सिर पर 10 लाख रुपए का इनाम था और वह सुरक्षाबलों की वांछित (वांटेड) सूची में शीर्ष पर था।
सैमोह गांव में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में बट के मारे जाने की खबर जैसे ही पड़ोसी गांवों में फैली, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घटनास्थल पर पहुंचने लगे और सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया।
त्राल में प्रदर्शनकारियों से झड़प के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हो-हल्ले का फायदा उठाकर तीसरा आतंकवादी भागने में सफल रहा।
कश्मीर के पुलिस प्रमुख मुनीर खान ने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान चली गोली से एक नागरिक की मौत हो गई।
बट की मौत के बाद कश्मीर के सभी जिलों के बड़े कस्बों में बंद जैसा माहौल हो गया और अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम, पुलवामा, बडगाम, गांदरबल, श्रीनगर तथा कुपवाड़ा में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
पूरी घाटी में सड़क परिवहन बंद हो गया, जिसके चलते लोग अपने-अपने निजी वाहनों से घर लौटे, जबकि अन्य लोगों को काफी दूर पैदल चलना पड़ा। स्कूल और कॉलेज भी बंद हो गए।
घाटी में विभिन्न स्थानों पर हुई झड़प में 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार कई पेलेट गन से घायल हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के कई इलाकों में अगला आदेश आने तक कर्फ्यू के समान प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वैद ने कहा कि बट की मौत के बाद सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पें गंभीर नहीं थीं और घाटी में स्थिति नियंत्रण में है।
किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और सभी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने अप्रैल से सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को शुक्रवार शाम को ही हटाया था।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठक कर रही हैं।