बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले के करीब 250 से अधिक संविदा स्वास्थ्य अफसर, कर्मचारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर 29 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसके कारण शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है।
शनिवार को मिशन संचालक एनआरएचएम भोपाल जयश्री कियावत ने सीएमएचओ व सिविल सर्जन को पत्र जारी कर कहा कि अगर 14 मार्च तक संविदा कर्मचारी अपनी हड़ताल समाप्त कर काम पर नहीं लौटते तो उनके खिलाफ सेवा से पृथक किए जाने का नोटिस जारी किए जाए। साथ ही बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर भी कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं। वहीं कांग्रेस ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
इधर स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर विपरित असर पड़ रहा है। एनआरसी केंद्रों पर कुपोषित बच्चे भर्ती नहीं किए जा रहे हैं। जिससे कुछ समय बाद स्थिति बिगड़ सकती है, क्योंकि कुपोषित बच्चों को समय पर पोषण आहार और स्वास्थ्य सेवाएं मिलना जरूरी है।
शनिवार को श्यामाप्रसाद मुखर्जी नेत्र अस्पताल परिसर स्थित एनआरसी केंद्र पूरी तरह खाली नजर आया। यहां हड़ताल के कारण किसी भी कुपोषित, अति कुपोषित बच्चे को भर्ती नहीं किया जा रहा है।
आनलाइन इंट्री का काम भी प्रभावित
प्रतिदिन स्वास्थ्य सुविधाओं की आनलाइन इंट्री का काम भी स्वास्थ्यकर्मी करते हैं, लेकिन हड़ताल के कारण इंट्री का काम प्रभावित हो रहा है। गर्भवती महिला, शिशु पंजीयन, ई-औषधि इंट्री, एसएनसीयू इंट्री की स्थिति आनलाइन जीरो स्टेट्स बता रही है। विभागीय कर्मचारी करीब 14 साफ्टवेयर में विभिन्न प्रकार की योजनाओं की प्रतिदिन इंट्री करते हैं। कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष प्रतिक नवलखे ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानती आंदोलन जारी रहेगा।
भजन गाकर कार्यकर्ताओं ने जताया आक्रोश
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा भी लालबाग रोड पर अलग टेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। शनिवार को कार्यकर्ताओं ने यहां दिनभर भजन गाकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं हड़ताल को कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया।
आंदोलन स्थल पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजयसिंह रघुवंशी ने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस कर्मचारियों के साथ है। मांगे पूरी होने से हम पूरा समर्थन करेंगे। चाहे इसके लिए सडक़ों पर ही क्यों न उतरना पड़े। इस दौरान कांग्रेस नेता अजय उदासीन, अमर यादव सहित अन्य मौजूद थे।
31 मार्च को खत्म हो रहा है अनुबंध
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों से विभाग का अनुबंध 31 मार्च को खत्म हो रहा है। अनुबंध एक साल के लिए किया जाता है। इससे पहले स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा यह आंदोलन किया जा रहा है। वहीं मिशन संचाल की ओर से जारी पत्र के बाद कर्मचारियों में हडक़ंप भी मचा हुआ है, क्योंकि वैसे ही अनुबंध की सीमा खत्म होने वाली है। ऐसे में बर्खास्त होने के बाद कर्मचारियों के पास कोई रास्ता नहीं बचेगा।