नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में रविवार को डीसीसी बस ड्राइवर अशोक की हत्या के बाद सोमवार को सर्मचारी यूनियन द्वारा की गई हड़ताल से दिल्ली के लोग परेशान हो गए।
हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। लोग सुबह बसों के लिए परेशान होते रहे। सुबह ऑफिस जाने के लिए डीसीसी बसों में सफर करने वालों को साधन के लिए खासी माथापच्ची करनी पड़ी। इस हड़ताल से डीटीसी को करीब २ करोड़ रुपए से ज्यादा नुकसान की संभावना जताई गई है।करीब 40 लाख लोग हड़ताल से प्रभावित हुए।
सप्ताह का पहला कार्य दिवस होने की वजह से लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़कों पर भारी भीड़ रही और लोग बसों के इंतजार में घंटों खड़े रहे। इस दौरान कुछ लोगों ने फीडर, निजी बसों एवं आरटीवी का इस्तेमाल किया तो वहीं कुछ लोग मजबूरी में ऑटो का भी सहारा लेते दिखे। मेट्रो स्टेशनों पर भी सुबह से खासी भीड़ देखने को मिली।
लोगों की परेशानी तब और बढ़ गई जब सुबह क्लटर बसों ने भी हड़ताल में शामिल होने का ऐलान कर दिया । रोहिणी सेक्टर-3 के डीपो में मृतक का परिवार और डीटीसी के ड्राइवरों ने एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की है।
हड़ताली ड्राइवरों का कहना है कि जब तक पीडि़त परिवार को 1 करोड़ रुपए मुआवजा नहीं दिया जाता हडताल जारी रहेगी। दिल्ली परिवहन कर्मचारी युवा संगठन के अध्यक्ष गौरव सारस्वत ने बताया कि हम लोग डीटीसी के चालकों और कंडक्टरों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग करते हैं ताकि वे विभिन्न स्वभाव के लोगों से निपट सकें। इसके अलावा वे देर रात तक बसें चला सके।
उन्होंने कहा कि चालकों और कंडक्टरों के खिलाफ हमले के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और सरकार को बसों के भीतर एक सुरक्षाकर्मी तैनात करना चाहिए। गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली के मुंडका इलाके में डीटीसी की बस की एक बाइक से टक्कर हो गई थी, जिसके बाद बाइक सवार ने ड्राइवर को बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई।