जयपुर। प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार और वरिष्ठ पत्रकार हरीश खरे ने पत्रकारिता के गिरते मूल्यों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मूल्यों की पहचान से मीडिया प्रभावी भूमिका अदा कर सकता है।
राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित पंडित झाबरमल मेमोरियल पुरस्कार समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में खरे ने यहां कहा कि आज के विश्व का सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्य बाजार पर आधारित है।
व्यावसायी पत्रकार बन गया है और पत्रकार व्यावसायी। नेता समाचार पत्र चला रहें हैं और पत्रकार राजनीति कर रहे हैं। इस परिदृष्य में व्यावसाय का विस्तार पत्रकारिता का नया मापदंड बन गया है।
ट्रिब्यून अखबार के मुख्य संपादक खरे ने कहा कि पत्रकारिता एक जिम्मेदार व्यवसाय है, और पत्रकार समाज के आदर्श और भावनाओं पहचाने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि हम समाज को मूल्यों के बारे में बताते हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसमें बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि अखबार और पाठक के बीच अद्वितीय सभा के रिश्ते को बनाकर चलना चाहिए।
जोधपुर के अखिल भारतीय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एंड साइंस के निदेशक संजीव मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों के लिए इंस्टीट्यूट स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस अवसर पर विधायक घनश्याम तिवारी, पूर्व मंत्री बृज किशोर शर्मा, पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।