सबगुरु न्यूज-सिरोही। सरूपगंज थाना क्षेत्र में बनास गांव के एक खेत में शुक्रवार रात को एक युवक का शव मिला था। इसकी हत्या उससे जानवरों का सौदा करने वाले व्यक्ति ने सौदे की राशि वापस लूटने की नीयत से कर दी। हत्या करने वाले युवकों ने उसे सौदे का पैसा तो दिया, लेकिन उसे मारकर फिर से लूट लिया।
पुलिस के अनुसार उन्हें शुक्रवार रात को एक फार्म पर युवक का शव पड़े होने की सूचना मिली। इस पर उन्होंने उसकी पहचान ओर गांव का निवासी रूंगाराम (30) पुत्र जोराराम रेबारी के रूप में की। उसके सिर पर घाव होने से उसकी हत्या होने की आशंका पर पुलिस ने काम किया। शनिवार को इस मामले का खुलासा कर दिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक ने रीछड़ी निवासी मोतीराम रेबारी को दो लाख सत्तर हजार रुपये में साठ बकरियां बेची थी। मृतक यही रकम लेने के लिए तीन दिन पहले मोतीराम के गांव रीछड़ी गया था। वहां मोतीराम ने उसे बकरियों की राशि तो दे दी, लेकिन उसकी नीयत में खोट थी।
वह बकरियां भी लेना चाहता था और रुपये भी। ऐसे में रुपये फिर हड़पने की नीयत से उसने रूंगाराम के सिर पर धारदार हथियार से वार करके हत्या कर दी। उसका शव कृषि फार्म में डाल दिया। सरूपगंज थाना प्रभारी प्रेमाराम चौधरी ने बताया कि दो दिन पुराने शव को शुक्रवार को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया था। पुलिस इस हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है।
-हत्याकांड का खुलासा होने पर ही उठाया शव
रूंगाराम की हत्या से उसके समाज के लोग आक्रोशित थे। वह लोग सरूपगंज में उसके हत्यारे को पकडऩे के लिए शनिवार को पूरे दिन विरोध जताते रहे। रूंगाराम के हत्यारे को पकडऩे और उसके आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलवाने की मांग करते हुए वह शव उठाने से इनकार करते रहे।
चिकित्सालय में काफी लोगों का मजमा लग गया था। पुलिस ने समझाइश की कोशिश की तो सभी लोग पास के ही शीतला माता मंदिर में चले गए। इस पर पिण्डवाड़ा तहसीलदार रोहित चौहान, सरूपगंज थानाधिकारी प्रेमाराम चौधरी, रोहिड़ा थानाधिकारी किशनदास आदि ने वहां पहुंचकर भी उनसे समझाइश की, लेकिन वह टस से मस नहीं हुए।
कई घंटे की वार्ता के बाद जब आरोपी को गिरफ्तार कर लिए जाने की सूचना उन्हें दी और मृतक के परिजनों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने का आश्वासन दिया तब वह लोग शव ले गए और अंतिम संस्कार किया।