सबगुरु न्यूज-जालोर। मुंबई के एक रेडीमेड कपड़ों के व्यापारी ने सांचौर थाना क्षेत्र में अपने अपहरण किए जाने और फिरौती वसूले जाने की रिपोर्ट लिखाई तो पुलिस विभाग में भी खलबली मच गई। इस तरह का पहला मामला होगा जब राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र में अपरहरण करे इतनी बड़ी राशि फिरौती के रूप में वसूली हो। वहीं पुलिस के लिए भी एक नई समस्या पैदा कर दी। पुलिस इस प्रकरण की जांच में जुट गई है।
धोरीमन्ना तहसील के कोजा निवासी मोहनलाल पुत्र मोटाराम प्रजापत ने रिपोर्ट देकर बताया कि मंगलवार की सबुह करीब पौने ग्यारह बजे वह अपनी फॉच्र्यूनर से मुंबई जा रहा था। पहलादर टोल नाके को पार करते ही एक बिना नबरों वाली स्कॉर्पियो ने उनकी गाड़ी को ओवरटेकर करते हुए गाड़ी को रोकने का इशारा किया। उसकी गाड़ी के चालक ने गाड़ी रोक दी तो स्कॉर्पियो से एक युवक उतरा और अहमदाबाद का रास्ता पूछने लगा।
उसका चालक रास्ता बताने लगा तो स्कॉर्पियो में से चार युवक निकले और उसकी गाड़ी की चाबी निकाल ली। उसे उतारकर उसी की गाड़ी की बीच वाली सीट में बैठाया। इन पांचों लोगों ने उसकी आंखों में पटï्टी बांध दी और जैसलमेर लेकर चले गये। वहां से हवाला के माध्यम से उससे सत्तर लाख रुपये की फिरौती वसूली और बुधवार की रात को प्रतापपुरा सरहद में स्थित फौजी रोड पर छोड़कर भाग गये।
-सुपारी मिलने के नाम पर डराया
पुलिस रिपोर्ट में उसने बताया कि पांचों अपहर्ताओं ने उसे जैसलमेर ले जाकर डराया कि उसकी हत्या करने के लिए तीन करोड़ रुपये की सुपारी मिली है। उसे जिंदा छोडऩे की एवज में वे लोग उससे तीन करोड़ रुपये मांगने लगे। काफी मिन्नतें करने पर वह लोग सत्तर लाख रुपये लेकर उसे छोडऩे को राजी हुए। मोहन ने जब हवाला के माध्यम से मुंबई में रह रहे उसके भाई से दिल्ली और मुंबई में ही पचास लाख और बीस लाख रुपये की रकम हवाला करवाई तब जाकर इन पांचों ने उसे छोड़ा।
-मारपीट भी की
पुलिस को मोहनलाल ने बताया कि अपहर्ताओं ने उसके साथ मारपीट भी की। बुधवार को जब उसने पैसे दे दिए तो उसे रात को छोड़कर चले गए। वह एक शादी समारोह में हिस्सा लेने के लिए 28 अप्रैल को घर पहुंचा था। शादी के बाद मंगलवार को अपने दोस्त जीतेश सोनी एवं गाड़ी चालक मगाराम के साथ सुबह छह बजे मुंबई के लिए रवाना हुआ। घर से रवाना होने के बाद सांचौर में अपने दोस्त के पास ठहरने के बाद 10 बजे के बाद मुबंई के लिए रवाना हुआ। पहलादर के टोल नाके को पार करते ही मोहन प्रजापत का बदमाशों ने अपहरण कर लिया।