जम्मू/नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर की अनंतनाग संसदीय सीट पर बुधवार को उप-चुनाव के तहत होने वाले मतदान को 25 मई तक के लिए स्थगित कर दिया है।
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी नोटिस में संबंधित अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि 12 अप्रेल को अनंतनाग संसदीय सीट पर उप-चुनाव के तहत होने वाले मतदान को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।
नोटिस में कहा गया है कि आयोग संसदीय क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के हालात में सुधार की उम्मीद करता है और उम्मीद है कि यहां मतदान के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल तैयार हो जाएगा। अब अनंतनाग सीट पर 25 मई को मतदान होगा।
सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने निर्वाचन आयोग को सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि अनंतनाग में मतदान के लिए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति अनुकूल नहीं है। सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की सरकार ने आयोग से अनंतनाग में मतदान स्थगित करने का आग्रह भी किया।
अनंतनाग से पीडीपी के उम्मीदवार एवं मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई तसादुक मुफ्ती ने कहा कि घाटी में परिस्थितियां मतदान के माकूल नहीं हैं।
महबूबा मुफ्ती के चार जुलाई, 2016 को मुख्यमंत्री बनने के बाद लोकसभा सदस्यता से इस्तीफे देने के चलते अनंतनाग संसदीय सीट रिक्त हुई है।
जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर संसदीय सीट पर रविवार को उप-चुनाव के तहत मतदान के दौरान व्यापक हिंसा भड़क उठी। स्थानीय लोगों की भीड़ ने 100 के करीब मतदान केंद्रों पर तोड़फोड़ की और एक स्कूल की इमारत को आग लगा दी। सुरक्षा बलों द्वारा भीड़ पर काबू पाने के लिए की गई गोलीबारी में आठ लोगों की मौत हो गई।
रविवार को घाटी में फिर से पनपी हिंसा सोमवार को भी जारी रही और भीड़ ने एक और स्कूल को आग लगा दी। इस स्कूल को बुधवार को होने वाले मतदान के लिए मतदान केंद्र बनाया गया था। अलगाववादियों ने सोमवार को बंदा का आह्वान भी किया, जिससे इलाके में जन-जीवन पूरी तरह ठप रहा।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग और शोपियां जिलों में सोमवार को हिंसक घटनाएं हुईं।
अधिकारी ने बताया कि 10 से अधिक जगहों पर स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके, जिसके चलते सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया।
विरोध-प्रदर्शनों के बीच मस्जिदों के लाउडस्पीकर से इस्लाम और आजादी के समर्थन में नारे लगाए गए। शोपियां में सुरक्षा बलों द्वारा रविवार की रात संदिग्ध हमलावरों की गिरफ्तारी के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने एक स्कूल की इमारत को आग लगा दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार को होने वाले उप-चुनाव के लिए इस स्कूल को मतदान केंद्र बनाया गया था।
अनंतनाग के शीर्ष शिक्षा अधिकारी मोहम्मद सादिक ने पत्रकारों को बताया कि स्कूल के तीन कमरे आग से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे पहले रविवार को भी पुलवामा में भीड़ ने एक स्कूल में आग लगा दी थी।
सोमवार को इलाके में अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद के बीच सूनी पड़ी सड़कों पर बड़ी संख्या में सश पुलिस एवं अर्धसैनिक बल के जवानों ने गश्त की। इस बीच, असामाजिक तत्वों की ओर से अफवाह फैलाने पर रोक लगाने के लिए घाटी में इंटरनेट सेवाएं 12 अप्रेल तक स्थगित करने का फैसला लिया गया है।