जबलपुर। निकटवर्ती राज्य उत्तरप्रदेश के छिवकी से इटारसी स्टेशन के बीच चल रहे रेल लाइन के विद्युतीकरण में घपले-घोटाले की सीबीआई जांच के बीच इलेक्ट्रिक केबल पर लगी चोरों की सेंध से अलर्ट रेलवे ने चोरों पर नकेल डाली है। केबल चोरी करने वाले को अब करंट लगेगा, ऐसा इंतजाम विशेषज्ञों ने किया है।
इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य वाले क्षेत्रों में लगातार केबल चोरी की घटनाओं के बाद संबंधित विभाग ने ओएचई लाइन पर करंट दौड़ाने का निर्णय लिया है। कहा गया है कि रेलवे का मकसद किसी को क्षति पहुंचाना नहीं बल्कि अपराध रोकना है।
जानकार सूत्र बताते हैं कि जब से विद्युतीकरण शुरु हुआ है तब से अब तक सैकड़ों बार केबल चोरी हो चुकी है। चोर रात के अंधेरे में केबल काटकर ले जाते है जिससे कार्य में व्यवधान पैदा हो रहा है वहीं रेलवे को भारी क्षति हो रही है।
जानकारी के मुताबिक छिवकी से इटारसी के बीच 660 किलोमीटर विद्युतीकरण कार्य के लिये रेलवे ने 800 करोड़ का ठेका दिया है, जिसे ठेकेदार ने 4 खंड में विभाजित किया है। पहला खंड छिवकी से मानिकपुर दूसरा मानिकपुर से सतना, तीसरा सतना से जबलपुर और चौथा जबलपुर से इटारसी के बीच तीव्र गति से ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन (ओएचई) लाइन डाली जा रही है।
रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (आरई) के एक अधिकारी ने बताया कि छिवकी से इटारसी के बीच, मानिकपुर, सतना, कटनी, भेड़ाघाट, भिटौनी, करेली, पिपरिया आदि जगह में रात के अंधेरे में चोर गैंग केबल काटकर ले जा रहे हैं। अब तक करीब दो दर्जन घटनाओं से कई बार कार्य में व्यवधान पैदा हुआ।
केबल चोरों पर अंकुश लगाने रेलवे ने सुबह से शाम तक किये गये कार्य के बाद रात में करंट दौड़ाने का निर्णय लिया है। केबल काटने वाले चोरों को करंट का झटका देने के साथ ही सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।
बताया जाता है कि केबल चोरी करने वाले संगठित गिरोह निजी वाहनों में रेलवे कार्य, गवर्नमेंट कान्टेक्टर या अन्य रेलवे के मोनो सहित भ्रमित करने वाली प्लेट लगाए रहते हैं। इससे उनकी पहचान करने में सुरक्षा कर्मी भी चूक जाते हैं। ऐसी शिकायतों के बाद केबल चोरी की जांच के संबंध में इलाहाबाद आरपीएफ आईजी पीके अग्रवाल जबलपुर आए।
उन्होंने पमरे आरपीएफ आईजी आरके मलिक से चर्चा की। केबल चोरी रोकने के लिये उन्होंने इलाहाबाद और पमरे जबलपुर मंडल के सुरक्षा कर्मियों को कड़ी नजर रखने तथा रात में पेट्रोलिंग करने के लिये कमांडेंट और सभी पोस्ट प्रभारियों को निर्देश दिए हैं।
चार चरणों में छिवकी से इटारसी के बीच चल रहा विद्युतीकरण कार्य 2018 तक पूरा होने की संभावना है। अभी छिवकी-मानिकपुर के बीच 90 प्रतिशत, मानिकपुर-सतना 40, सतना-जबलपुर 50 और जबलपुर-इटारसी के बीच 25 प्रतिशत कार्य हो चुका है।