मुंबई। सुभाष घई की फिल्म ‘हीरो’ से बॉलीवुड में पदार्पण करने वाले अभिनेता जैकी श्रॉफ ने कहा कि वह हिंदी फिल्म उद्योग में खलनायक बनने के इरादे से आए थे। ‘हीरो’ के बाद जैकी, देव आनंद की ‘स्वामी दादा’ में नकारात्मक भूमिका में दिखाई दिए थे।
यह पूछने पर कि क्या वह केवल नकारात्मक भूमिकाओं में रुचि रखते हैं, जैकी ने कहा कि जब मैंने अपनी पहली फिल्म ‘स्वामी दादा’ में काम किया, तो मैं खलनायक की भूमिका में दिखा। मैं शक्ति कपूर का बायां हाथ बना।
सच है कि मैं फिल्मों में खलनायक बनने के इरादे से आया, क्योंकि मुझे यह अच्छा लगता था। मुझे नाच, गाना नहीं आता और मुझे लगता था कि मुझमें हीरो बनने की क्षमता नहीं है, क्योंकि हीरो की कतार में अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और धर्मेद्र जैसे कलाकार हैं।
जैकी ने शुक्रवार को अपनी आगामी लघु फिल्म ‘शून्यता’ की विशेष स्क्रीनिंग के दौरान यह बात कही।
उन्होंने बताया कि यह मॉडलिंग के साथ शुरू हुआ और मैंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया, लेकिन मैंने कोई योजना नहीं बनाई। मैं समझता हूं कि योजना, प्रशासन और रणनीति महत्वपूर्ण चीजें हैं, लेकिन मेरा दिमाग काम नहीं करता और कोई योजना नहीं बनाता।