बीजिंग। आहार में परिवर्तन और प्रो व प्रीबायोटिक अनुपूरक और एंटीबॉयोटिक्स का सेवन ऑटिज्म के लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकता है।
यह निष्कर्ष ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसॉर्डर (एएसडी) पर 150 शोध पत्रों की समीक्षा पर आधारित है। यह समीक्षा उन कई अध्ययनों पर प्रकाश डालती है, जिसमें कहा गया है कि पेट के बैक्टीरिया का स्वस्थ संतुलन एएसडी का इलाज हो सकता है।
चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी के किनरुई ली ने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति में पेट के माइक्रोबायोटा को बहाल करने के प्रयास वास्तव में प्रभावी साबित हुए हैं।
ली ने कहा कि प्रोबायोटिक व प्रीबायोटिक और आहार पर्वितन सभी का एएसडी लक्षणों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
इसके अलावा मिलनसार व्यवहार के बढ़ने और सामाजिक संचार में सुधार एएसडी पीड़ित व्यक्ति के जीवन के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं। यह निष्कर्ष ‘फ्रंटियर्स इन सेलुलर न्यूरोसाइंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।