भोपाल। कार और बाइक के मालिकों के लिए यह खबर सुकून देने वाली है कि आने वाले समय में मोटर बीमा प्रीमियम कम हो सकता है। वहीं, ज्यादा जोखिम वाले वाहनों जैसे- बस, ट्रक और ऑडी जैसी गाड़ियों के मालिकों को अधिक प्रीमियम चुकानी पड़ सकती है।
इन्श्योरेंस इंडस्ट्री ने आम ग्राहकों को मोटर बीमा प्रीमियम में राहत देने और जिम्मेदारी से ड्राइविंग को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव को मोटर व्हीकल एक्ट के मसौदे में शामिल कराने के लिए इन्श्योरेंस इंडस्ट्री जल्द ही संसद की स्थाई समिति के समक्ष अपना पक्ष रखने वाली है।
जनरल इन्श्योरेंस काउंसिल के सूत्रों के अनुसार काउंसिल जल्द ही संसद की स्थाई समिति के समक्ष ऐसा प्रस्ताव रखने जा रही है, जिससे यह सुनिश्चित हो कि आम चार पहिया या दोपहिया चालकों के लिए प्रीमियम सस्ता हो, जबकि दुर्घटना के अधिक खतरे वाले वाहनों के लिए प्रीमियम ज्यादा हो।
वाहनों के कुछ सेगमेंट में दावों की संख्या अधिक होती है। जबकि इसकी कीमत जिम्मेदारी से ड्राइविंग करने वाले आम आदमी को चुकानी पड़ती है और उसे ज्यादा प्रीमियम देना पड़ता है।
इस प्रस्ताव के अलावा इंन्श्योरेंस इंडस्ट्री एक ऐसी प्रणाली बनाने पर भी काम कर रही है, जिससे वाहन चालक के ड्राइविंग एट्टीट्यूड का पता लगाया जा सके। इसके बाद कंपनियां ऐसे वाहन चालकों से भी अधिक प्रीमियम वसूल करेंगी।
उदाहरण के लिए अगर कंपनियों को यह जानकारी हो, कि किसी ने 4 साल में दो एक्सीडेंट किए हैं तो उसकी गाड़ी का प्रीमियम अन्य गाड़ियों से अधिक होगा। वहीं बेहतर रिकॉर्ड वाले वाहन चालकों की गाड़ी का प्रीमियम कम होगा।