नई दिल्ली। नोटबंदी के असर को पीछे छोड़ते हुए बेहतर मॉनसूनी बारिश से घरेलू यात्री कारों की बिक्री में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में अगस्त में 11.80 फीसदी की तेजी रही।
उद्योग के आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी मिली। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल (एसआईएएम) के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में कुल 1,98,811 यात्री कारों की बिक्री हुई, जबकि 2016 में कुल 1,77,829 कारों की बिक्री हुई थी।
सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने कहा कि यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों की बिक्री में इजाफे का मुख्य कारण नोटबंदी के बाद ग्रामीण मांग में आई तेजी रही. मॉनसून बढ़िया रहा है और नोटबंदी का असर भी धीरे-धीरे उतर रहा है, यही कारण है कि हम देख रहे हैं कि उद्योग में अगस्त में तेजी लौट आई है।
वहीं, अन्य खंड के वाहनों की बिक्री में भी तेजी दर्ज की गई है। यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में समीक्षाधीन माह में 19.82 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और कुल 78,664 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि वैन की बिक्री में 11.30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री भी पिछले महीने अच्छी रही, इसमें 23.22 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया और कुल 65,310 वाहनों की बिक्री हुई। यह खंड आर्थिक सक्रियता का प्रमुख संकेतक है।
तिपहिया वाहनों के खंड में 2.51 फीसदी की वृद्धि देखी गई और कुल 51,451 वाहनों की बिक्री हुई। दोपहिया वाहनों की बिक्री में 14.69 फीसदी का इजाफा हुआ और कुल 18,91,062 स्कूटर, मोटरसाइकिल और मोपेड की बिक्री हुई।
उद्योग के आंकड़ों से पता चलता है कि सभी वाहनों को मिलकार यात्री वाहनों की बिक्री अगस्त में 13.76 फीसदी बढ़ी है और कुल 2,94,335 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में कुल 2,58,737 वाहनों की बिक्री हुई थी।