कोलकाता। नेताजी सुभाषचंद्र बोस देश से बाहर जाते समय जिस कार से कोलकाता से गोमो पहुंचे थे, वह दिसम्बर तक फिर से फर्राटे भरने लगेगी।
गाड़ी के जीर्णोद्धार का काम शुरु हो चुका है। उसकी रंगाई की जा रही है और उसके यंत्रों को भी धीरे-धीरे बदल दिया जाएगा।
नेताजी की कार का जीर्णोद्धार जर्मनी के मशहूर वाहन कंपनी ऑडी के इंजीनियर कर रहे हैं। गाडी का नंबर बीएलए 7169 है और 1941 में इसी गाडी में सवार होकर नेताजी महानगर के एलगिन रोड स्थित अपने पुश्तैनी आवास से भतीजे शिशिर बोस के साथ निकले थे।
यह ऐतिहासिक विरासत एलगिन रोड स्थित नेताजी के आवास में सुरक्षित रखी गई है। समय बीतने के साथ ही गाडी की मशीनों को क्षति पहुंची।
इस ऐतिहासिक विरासत को बचाए रखने के लिए उनके परिवारवालों ने गाडी का जीर्णोद्धार कराना उचित समझा। नेताजी रिसर्च ब्यूरो के सचिव कार्तिक चक्रवर्ती ने बताया कि गाडी जीर्णोद्धार का काम शुरू हो चुका है।
उन्होंने बताया कि इसी साल दिसम्बर तक गाडी का जीर्णोद्धार हो जाएगा। इस ऐतिहासिक गाडी को नेताजी के भतीजे शरतचंद्र बोस ने अंतिम बार 1971 में एक डॉक्यूमेंटी फिल्म की शूटिंग के दौरान चलाई थी।