चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेताओं में चल रही गुटबाजी पर नकेल कसने के लिए पंजाब के प्रभारी संजय सिंह को आगे आना पड़ा है।
गुरूवार को एक बयान जारी कर पार्टी मे चल रही काली सूची की अफवाह का संजय सिंह ने जहां एक ओर खंडन किया, वहीं हाल ही में विवादों में आए पार्टी सांसद सुच्चा सिंह छोटेपुर के मुद्दे पर चुप्पी साधे रखी।
मीडिया में जारी अपने ब्यान में आम आदमी पार्टी के पंजाब के इंचार्ज संजय सिंह ने कहा कि हमारे राजनीतिक विरोधियों द्वारा लोगों में यह भ्रम पैदा करने की साजिश की जा रही है कि पंजाब के कुछ नेताओं जिनमें पार्टी के प्रवक्ता व आरटीआई विंग के प्रमुख सुखपाल सिंह खहरा, पंजाब डायलॉग टीम के प्रमुख व प्रवक्ता कंवर संधू और ऐडमिनिस्ट्रेटीव व शिकायत सेल के प्रमुख जसबीर सिंह को पार्टी की गतिविधियों से एक तरफ किया जा रहा है।
यह एक झूठी अफवाह के इलावा और कुछ भी नहीं है। इसको गंभीरता के साथ नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में एक आम वर्कर से लेकर नेता तक अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं किसी को अधिक या कम अहमीयत देने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता।
पार्टी से निकाले जा सकते हैं सुच्चा सिंह
संजय सिंह के बयान में अभी हाल में ही एक स्ट्रिंग आपरेशन में पैसे लेते दिखाए जाने वाले पार्टी के प्रदेश संयोजक व सांसद सुच्चा सिंह छोटेपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा गया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के स्टेट संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर एक स्टिंग में अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता से दो लाख लेते हुए दिखाया गया है। हालांकि ये स्टिंग अबतक पब्लिक डोमेन में नहीं आया है।
लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के नेताओं के पास ये स्टिंग है और इस स्टिंग को पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिखा भी दिया गया है और जल्द ही पार्टी सुच्चा सिंह छोटेपुर को पार्टी से और पंजाब के संयोजक के पद से निष्काषित भी कर सकती है।