नई दिल्ली। सीबीआई के एक दल ने सोमवार को धनशोधन के आरोपों के सिलसिले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की पत्नी से पूछताछ की। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह ‘विरोधियों को चुप’ कराने के लिए ‘पिंजड़े के तोते’ सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि जांच दल ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा। जांच एजेंसी ने अप्रेल में जैन के खिलाफ जांच शुरू की थी।
सीबीआई ने अप्रेल में साल 2015-16 में 4.15 करोड़ रुपए के धनशोधन के सिलसिले में इकट्ठा किए गए सबूतों के आधार पर जैन के खिलाफ एक प्रारंभिक जांच दर्ज की थी। सीबीआई ने एक तथा दो जून को मंत्री से पूछताछ की थी।
जैन पर कोलकाता की कुछ कंपनियों के माध्यम से धनशोधन का आरोप है। उनपर साल 2010-12 के दौरान इन कंपनियों तथा दिल्ली की एक कंपनी के माध्यम से 11.78 करोड़ रुपये के धनशोधन का भी आरोप है।
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस वार्ता में भाजपा पर मंत्री के खिलाफ फर्जी सबूत सामने लाने के लिए सीबीआई तथा आयकर विभाग के इस्तेमाल का आरोप लगाया।
भाजपानीत केंद्र सरकार के मुताबिक जैन ने कोलकाता के कारोबारी को रकम भेजने के लिए दो व्यक्तियों -संजय तथा सुरेश-का इस्तेमाल किया। भारद्वाज ने हालांकि कहा कि संजय तथा सुरेश नाम का कोई व्यक्ति है ही नहीं।
आप नेता ने दावा किया कि भाजपा ने दो ऐसे व्यक्तियों को प्रस्तुत किया है, जो वास्तव में हैं ही नहीं और जैन के अनुरोध के बावजूद जांच एजेंसी मंत्री के समक्ष उन्हें पेश करने में नाकाम रही।
भारद्वाज ने कहा कि भाजपा ने दावा किया है कि कोलकाता के कारोबारी को फोन करने के लिए लैंडलाइन नंबर का इस्तेमाल किया गया, लेकिन वह नंबर साल 2014 से ही सेवा में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि लैंडलाइन नंबर में एसटीडी की सुविधा नहीं है।
एक गवाह बबलू पाठक को जब मंत्री के आमने-सामने किया गया, तो उसने जैन के साथ कोई संबंध होने से इनकार किया।
भारद्वाज ने जांच एजेंसी को तीन और गवाहों का जैन से सामना कराने की चुनौती दी, ताकि मामले में सच्चाई पर से पर्दा उठाया जा सके। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी ने जैन के साथ गवाहों का आमने-सामने कराने के अनुरोध को खारिज कर दिया।
वहीं, दिल्ली सरकार के प्रवक्ता अरुणोदय प्रकाश ने ट्वीट किया कि दूसरे दिन, दूसरी छापेमारी! सीबीआई ने अब मंत्री जैन के आवास पर छापेमारी की है। केंद्र सरकार पिंजड़े के तोते का इस्तेमाल कर विरोधियों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह भाजपा का मॉडल है : आपने मोहल्ला क्लीनिक बनाया, परियोजनाओं में पैसे बचाए, नि:शुल्क दवाएं, जांच व सर्जरी प्रदान कीं..हम (भाजपा) सीबीआई, आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से आपको परेशान करते रहेंगे।
‘टॉक टू आप’ सोशल मीडिया अभियान में कथित अनियमितता को लेकर सीबीआई पिछले सप्ताह मनीष सिसोदिया के घर पहुंची थी, जिसे आप ने ‘सीबीआई की छापेमारी’ करार देते हुए उस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी।
सीबीआई ने हालांकि सिसोदिया के आवास पर किसी भी तरह की तलाशी या छापेमारी से इनकार करते हुए कहा था कि अधिकारियों का एक दल उनका बयान लेने के लिए उनके घर पहुंचा था।