नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के ओएसडी डॉ. निकुंज अग्रवाल के दफ्तरों पर शुक्रवार को छापेमारी की है।
सीबीआई ने दिल्ली सरकार के उप सतर्कता सचिव केएस मीणा की शिकायत पर इस संबंध में केस दर्ज किया था। इस संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत दर्ज एफआईआर में चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के सीनियर रेजिडेंट निकुंज अग्रवाल और अस्पताल के निदेशक अनूप मेहता के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
सतर्कता आयोग ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि अग्रवाल को साल 2015 में चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में तदर्थ आधार पर सीनियर रेजिडेंट के पद पर नियुक्त किया गया जबकि अस्पताल में ऐसा कोई पद नहीं था और ना ही ऐसी किसी रिक्ति के लिए विज्ञापन दिया गया।
विजिलेंस विभाग के अनुसार अग्रवाल ने अस्पताल में नियुक्ति के लिए 6 अगस्त, 2015 में हाथ से लिखकर एक आवेदन दिया और इसके चार दिनों बाद ही बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी गई।
भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस संबंध में आरोप लगाया था कि अग्रवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक करीबी रिश्तेदार के दामाद हैं, इसलिए उन्हें सारे कायदे-कानून दरकिनार कर ये पद दिया गया।
इससे पहले दिल्ली के निवर्तमान उपराज्यपाल नजीब जंग ने जाते-जाते राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को स्वास्थ्य विभाग में सलाहकार नियुक्त करने का मामला सीबीआई को सौंप दिया था।
सौम्या जैन को दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन में मिशन डायरेक्टर बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार सीबीआई इस मामले में दिल्ली सरकार के कई दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है। इससे आने वाले दिनों में अरविंद केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ेंगी, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।
इन कार्रवाइयों पर तीखे तेवर दिखाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार सभी नियुक्तियों की जांच करा सकती है, उन्हें इसका कोई डर नहीं है।