एटा/कासगंज। राजीव गांधी साक्षरता मिशन की तर्ज पर नरेन्द्र मोदी कम्यूटर साक्षरता मिशन की वेबसाइट बनाकर करीब 2 दर्जन लोगों को फ्राड करने का मामला उजागर हुआ है।
इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय की शिकायत पर सक्रिय सीबीआई ने कासगंज जिले के पटियाली व सिढ़पुरा थानाक्षेत्र में छापामार कार्यवाई करा संस्था के रिकाड जब्त किए गए हैं।
सीबीआई की टीम द्वारा दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर सबसे पहले कासगंज जिले के सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव किलौनी व पटियाली क्षेत्र के नगला रनुआ गांव में पहुंचकर इस मिशन के चेयमैन जगमोहन शाक्य व निदेशक अतुलकुमार से बात की गई तथा उनके कार्यालय की छानबीन शुरू की गई।
टीम ने इस दौरान कार्यालय में रखे कम्प्यूटर व लैपटाप सहित सभी कागजी रिकार्ड अपने कब्जे में लिए तथा सील कर अपने साथ ले गई। सीबीआई का मानना है कि अतुल व जगमोहन द्वारा यह बेबसाइट बनाकर यह धोखा देने की कोशिश की गई है कि यह केन्द्र सरकार की ओर से चलाई जा रही स्कीम है।
इनके द्वारा इस केन्द्र की संस्थाओं की मान्यता का भी दावा किया गया जो गलत पाया गया। साथ ही प्रदेश के विभिन्न शहरों में 2 दर्जन से अधिक फ्रेंचाइजी भी बनाए गए हैं।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार ऐसा ही एक केन्द्र अलीगढ़ जिले के जट्टारी में जितेन्द्र चौहान द्वारा स्थापित कराया गया था। यहां क्योंकि राजीव गांधी साक्षरता मिशन का केन्द्र भी गौरव अग्रवाल द्वारा चलाया जा रहा है। अतः छोटे कस्बे में दूसरा केन्द्र खुलने पर उन्हें संदेह हुआ।
गौरव ने मामले की डीएम व बीएसए से शिकायत भी की किन्तु कोई कार्यवाही न होने पर उसने मामले की सीधे पीएमओ कार्यालय को शिकायत कर दी। इसके बाद पीएमओ की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर सीबीआई द्वारा यह कार्यवाही की गई है।