मुंबई। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन पर सीबीआई ने शिकंजा कसते हुए मुंबई में दर्ज तीन मामलों की जांच शुरु कर दी है।
सीबीआई ने इन मामलों की जांच महाराष्ट्र सरकार के विशेष अनुरोध पर व भारत सरकार की अधिसूचना के आधार पर शुरु किया है। बतादें कि छोटा राजन को विदेश से गिरफ्तार कर भारत लाया गया है और उसे विशेष सुरक्षा में जेल में रखा गया है। जेल में बंद छोटा राजन की जांच इस समय सीबीआई द्वारा की जा रही है।
राज्य सरकार ने छोटा राजन से जुडे जिन तीन मामलों की जांच का अनुरोध सीबीआई से किया है, उनमें पहला मामला बांद्रा स्थित निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में 8 अप्रेल 1999 में 25 लाख रुपए हफ्ता मांगने व न देने पर जान से मारने की धमकी देने संबंधी एफआईआर क्रमांक 92-99 का समावेश है।
इस मामले में स्थानीय पुलिस ने मकोका भी लगाया था। इसी तरह दूसरा मामला तिलक नगर पुलिस स्टेशन में 7 अक्टूबर 1998 को एफआईआर क्रमांक 220 के तहत दर्ज किया गया था।
इस मामले में बाला कोटियन व उसका साथी होटल नवग्रह में 7 अक्टूबर को शाम साढे 7 बजे बैठे थे, उसी समय होटल में दो अज्ञात लोग आए और बाला कोटियन व उसके दोस्त पर अंधाधुंध फायरिंग करना शुरु कर दिया था।
इस घटना में बाला कोटियन की मृत्यु हो गई थी और उसका साथी घायल हो गया था। इसी तरह तीसरे मामलेके रुप में सीबीआई ने नवघर पुलिस स्टेशन में 16नवम्बर 2004 को दर्ज एफआईआर क्रमांक 166-2004 की भी जांच शुरु की है।
इस मामले में मुलुंड पूर्व में शिकायतकर्ता के कार्यालय में तीन हथियारबंद गुंडों का बलजबरी घुसना, वहां उपस्थित लोगों को गन पाईंट पर हफ्ता देने के लिए छोटा राजन के नाम पर धमकाना और कार्यालय में फोन, रिमोट सहित अन्य सामानों की तोडफ़ोड़ करने का समावेश है। यह मामला आर्मस ऐक्ट वमकोका के तहत दर्ज किया गया है। इन मामलों की सघन जांच जारी है।