नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को स्वास्थ्य विभाग में सलाहकार नियुक्त करने का मामले जल्द ही सीबीआई जांच शुरूकर उनसे पूछताछ कर सकती है।
सूत्रों के अनुसार उपराज्यपाल पद से इस्तीफा देने से पहले नजीब जंग ने सौम्या जैन की नियुक्ति की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। अब इस मामले में सीबीआई जल्दी ही संबंधित अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। सौम्या जैन को दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन में मिशन डायरेक्टर बनाया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के ही विभाग में ही उनकी बेटी की इस नियुक्ति पर भाजपा और कांग्रेस के विरोध के बाद आप सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया। दरअसल सौम्या को स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने का कोई अनुभव नहीं है।
सौम्या को आर्किटेक्चर क्षेत्र में काम करने का अनुभव है। उनकी नियुक्ति के लिए कोई खुली और पारदर्शी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। यही नहीं, सौम्या ने कहा था कि वह इस सेवा के लिए कोई मानदेय नहीं लेंगी, लेकिन प्रशासनिक विभाग से हासिल सूचनाओं से खुलासा हुआ है कि उनके टूर और प्रशिक्षण पर 1.15 लाख रुपए खर्च किए गए।
उपराज्यपाल ऑफिस ने सौम्या की नियुक्ति से संबंधित फाइलें अपने पास मंगाई थी। अब उपराज्यपाल की संस्तुति पर इस मामले की आगे की जांच सीबीआई द्वारा की जाएगी। उपराज्यपाल के इस पत्र को दिल्ली सरकार ने आगे बढ़ाया है।
उसमें इस नियुक्ति के मामले में जांच की कई वजहें बताई गई हैं। यह पत्र इसी महीने सीबीआई एसपी को भेजा गया है। दिल्ली सरकार की ओर से सौम्या जैन को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के स्टेट हेल्थ मिशन में 18 अप्रैल, 2016 से सलाहकार नियुक्त किया गया था ताकि वह स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधारों पर वह परामर्श दे सकें।
उन्होंने इसके लिए 1 अप्रेल 2016 को आवेदन किया था लेकिन पत्र के मुताबिक इस मामले में संदेह की बात यह है कि 18 अप्रेल से सौम्या की नियुक्ति के मामले को सरकार की मंजूरी 10 मई, 2016 को मिली।