नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम सरकार के बाहर के व्यक्ति हैं, लेकिन आर्थिक मामलों में उनकी सलाह का सरकार के लिए विशेष महत्व की है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय के लिए अर्थशास्त्र के ऑनलाइन पाठ्यक्रम के लांच के मौके पर कहा कि सीईए बाहरी शख्स हैं, लेकिन मंत्रालय में उनकी राय का विशेष महत्व है। वह अपनी स्वतंत्रता हमेशा बनाए रखेंगे।
जेटली ने कहा कि सरकार की सोच का अनुसरण करने के बजाए उनका काम सरकार को सलाह देना है, कि सरकार की वास्तविक स्थिति क्या है, और उसके अनुसार भविष्य के लिए खाका भी तैयार करना उनका काम है।
सुब्रह्मण्यम सीईए पद पर नियुक्त होने से पहले अमरीका में पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में सीनियर फेलो के तौर पर कार्यरत थे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भी काम किया है।
जेटली ने गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों के लिए सार्वभौमिक बुनियादी आय (यूबीआई) योजना हेतु सीईए के प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि सुब्रह्मण्यम ने आर्थिक सर्वेक्षण के लिए सीईए की पारंपरिक भूमिका को छोड़ दिया है।
सुब्रह्मण्यम ने पिछले महीने कहा था कि वह स्वयं को उस श्रेणी में देखते हैं, जिसे ‘इनसाइडर-आउटसाइडर’ कहते हैं। इस तरह के लोग अलिखित नियम के तहत काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि अलिखित नियम यह है कि अंदरखाने आप जितना संभव हो सके उतना बहस को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं, लेकिन बाहर आप सरकार की नीतियों का बचाव करते हैं।