नई दिल्ली। विदेशों में जमा कालेधन पर सुप्रीमकोर्ट में मंगलवार को होने वाली सुनवाई से एक दिन पहले मोदी सरकार ने बड़ा खुलासा करते हुए तीन नाम उजागर किए हैं। उनमें किसी राजनीतिज्ञ का नाम नहीं है।…
सुप्रीमकोर्ट में सोमवार को पेश किए गए अतिरिक्त हलफनामे में सरकार ने जिन तीन नामों का उल्लेख किया है उनमें डाबर ग्रुप के पूर्व कार्यक ारी निदेशक प्रदीप बर्मन, राजकोट के सर्राफा व्यापारी पंकज चमन लाल लोढिया और गोवा की खनन कारोबारी राधा टिम्ब्लू का नाम है।
न्यायालय को सौंपे हलफनामे में सरकार ने कहा है कि जब किसी के खिलाफ किसी अदालत में मामला नहीं आ जाता तब तक वह उसका नाम उजागर नहीं कर सकती। सरकार ने कहा है कि खातेदारों के नाम छिपाने की उसकी कोई मंशा नहीं है। खातेदारों के नाम कतई नहीं छिपाए जाएंगे।
सरकार ने यह भी कहा है कि हर विदेशी खाता गैर कानूनी नहीं है। गलत पाए जाने पर ही खुलासा किया जाएगा। हालांकि इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि इनकी बैंक में कितनी राशि है।
हलफनामे में नाम सामने आने पर बर्मन समूह की तरह से दिए स्पष्टीकरण में कहा गया है कि प्रदीप बर्मन का स्विट्जरलैंड के बैंक में खाता उस समय खोला गया था जब वह प्रवासी भारतीय थे। खाता किसी प्रकार से गैर कानूनी नहीं है। बर्मन ने कहा है कि खाते के संबंध में आयकर विभाग को स्वेच्छा से सारी जानकारी दे दी गई थी। आयकर विभाग को पूरा कर अदा किया गया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विदेशों में खाताधारी प्रत्येक व्यक्ति को एक नजर से देखा जा रहा है।
उधर, लोढिया ने विदेश में खाता होने से ही इनकार करते हुए कहा कि मुझे मीडिया से पता चला है कि कालाधन वालों में मेरा नाम है। मुझे यह जानकर धक्का लगा है। हमने सब कुछ बुक में दिखाया हुआ है।
उधर, नामों का खुलासा होने के बाद कालाधन मामले में याचिकाकर्ता जाने माने वकील राम जेठमलानी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा यह तो ऎसा है जैसे खोद पहाड़ निकली चुहिया।
नाम उजागर करने में भेदभाव नहीं होना चाहिए
कांग्रेस ने कहा कि सरकार को काला धन जमा करने वालों में से चुनींदा लोगों के नाम उजागर करने की बजाय सभी के नाम बताने चाहिए। कांग्रेस के प्रवक्ता एवं पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि नाम उजागर किए जाने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन चुनींदा लोगों के नाम ही बताना ठीक नहीं होगा। सरकार को कोई ऎसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे ऎसा लगे कि वह राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रही है। उसे कानून के अनरूप काम करना चाहिए।
मालूम हो कि वित्त मंत्री अरूण जेटली ने हाल ही में कहा था कि कालाधन जमा करने वालों के नाम उजागर होने पर कांग्रेस को शर्मिदगी उठानी पड़ सकती है। इस पर कांग्रेस ने कहा था कि वित्त मंत्री को इस तरह ब्लैकमेल करने की बजाय नाम उजागर करने चाहिए। उसने कहा था कि जिस नेता का नाम उजागर होगा, उसे ही शर्मिदगी उठानी होगी पार्टी को नहीं। व्यक्ति विशेष के नाम से पार्टी को नहीं जोड़ा जा सकता।