जोधपुर। चैत्र नवरात्रा मंगलवार से शुरू होंगे। इसी दिन नवसंवत्सर 2074 का प्रवेश भी होगा। इस बार दो वर्ष बाद चैत्र नवरात्र नौ दिन तक होंगे। वर्ष 2015 और 2016 में आठ दिन के थे।
इस बार नवमी को पुष्य नक्षत्र का शुभ योग भी रहेगा, क्योंकि भगवान राम का जन्म नवमी तिथि के दिन पुष्य नक्षत्र में ही हुआ था। चैत्र नवरात्रा पर इस बार मेहरानगढ़ स्थित चामुंडा माता मंदिर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। यहां शराब पीकर जाना, शराब साथ लेकर जाना व चढाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
मेहरानढ़ ट्रस्ट द्वारा दुर्ग के पार्किंग क्षेत्र से लेकर चामुंडा माता मंदिर तक 29 सीसी टीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। मंदिर में दर्शन के लिए प्रात: सात बजे से सायं 05 बजे तक प्रवेश दिया जाएगा। प्रात: 07 बजे जयपोल व फतेहपोल के द्वार दर्शनार्थियों के लिए खोले जाएंगे।
ट्रस्ट द्वारा प्याऊ के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था रहेगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट की एक-एक एम्बुलेंस मौके पर तैनात रहेगी। चिकित्सा विभाग की दो मेडिकल टीमें प्रात: 06 से 12 व 12 से सायं 06 बजे तक तैनात रहेंगी।
किले में पुरुष व महिला दर्शनार्थियों के लिए दर्शन के लिए अलग अलग व्यवस्था रहेगी। नववर्ष महोत्सव समिति के तत्वाधान में सोमवार शाम को नववर्ष भारतीय संस्कृति से जुड़ी 21 झांकियां निकाली जाएंगी।
झांकियां घंटाघर से होते हुए नई सड़क, सोजती गेट, रेलवे स्टेशन, जालोरी गेट, गोल बिल्डिंग, सरदारपुरा बी रोड, राणीजी का मंदिर, सरदारपुरा सी रोड से जलजोग चौराहा जाएगी। यहां अखंड भारत पर 2074 दीप प्रज्ज्वलित कर संतों के उद्बोधन के बाद नववर्ष की शुभकामनाएं देंगे।
नवरात्र के पहले दिन प्रतिपदा मंगलवार 28 मार्च सुबह 8.29 बजे शुरू होगी। सुबह 9.31 बजे चर, लाभ और अमृत के चौघड़ियां में घट स्थापना का शुभ मुहूर्त है। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.9 से 12.57 तक रहेगा। पहले दिन मां शैल पुत्री की पूजा-अर्चना की धूम रहेगी।
विक्रम नवसंवत्सर 2074 का प्रवेश सुबह 8.29 बजे से ही मेष लग्न में होगा। इस नवसंवत्सर का नाम साधारण है। इस वर्ष का राजा मंगल और मंत्री बृहस्पति हैं। हालांकि नव वर्ष का पहला सूर्योदय 29 मार्च को होगा। ऐसे में सूर्य पूजा और नव वर्ष 29 मार्च को ही मनाया जाएगा।