मुंबई। अभिनेता हेमंत पांडेय ने अपनी आगामी फिल्म “चल गुरू हो जा शुरू” के बारे में स्पष्ट किया है कि यह फिल्म स्वयंभू संत आसाराम बापू की कहानी पर आधारित नहीं है। देश में कई “नकली बाबा” हैं और यह फिल्म नकली बाबाओं के असली रूप से जनता को रूबरू कराएगी।
हेमंत ने बताया कि यह फिल्म हास्य-व्यंग्य के माध्यम से उन सभी नकली बाबाओं के पोल खोलेगी, जो सीधी-सादी आम जनता को लूट रहे हैं। यह सीधे तौर पर किसी खास बाबा के जीवन के बारे में नहीं है। इसका आसाराम बापू से कोई लेना-देना नहीं है।
टीवी धारावाहिक “ऑफिस ऑफिस” और फिल्म “क्रिस” में अपनी भूमिकाओं को लेकर चर्चित हेमंत ने कहा कि यह फिल्म “ओएमजी-ओह माय गॉड” जैसी है। फिल्म में हेमंत नकली बाबा की भूमिका में हैं। हेमंत ने कहा कि यह फिल्म दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेगी और प्रेरक संदेश भी देगी।
आसाराम दुष्कर्म के आरोप में फिलहाल जोधपुर जेल में बंद हैं। उनकी एक 16 वर्षीय शिष्या ने उनपर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस घटना के बाद फिल्मकार प्रकाश झा ने “सत्संग” और मनोज शर्मा ने “चल गुरू हो जा शुरू” नामक फिल्म बनाने की घोषणा की थी। उस समय कथिततौर पर ये दोनों फिल्में आसाराम की जीवन कथा पर बताई गई थीं।
मनोज शर्मा ने हालांकि इसके पहले 2010 मेंं “स्वाहा” नामक फिल्म बनाई थी, जिसके खिलाफ आसाराम न्यायालय चले गए थे। लंबी अदालती लड़ाई के बाद किसी तरह फिल्म सिनेमागृहों तक पहुंच पाई थी।
लेकिन “चल गुरू…” के लेखक-निर्देशक मनोज ने भी कहा है कि यह फिल्म खासतौर से आसाराम पर नहीं है। उन्होंने कहा कि बेशक फिल्म धर्म के नाम पर भोली-भाली जनता को लूट रहे ढोंगी बाबाओं पर है, लेकिन आसाराम से इसकी कहानी का कोई लेना-देना नहीं है। फिल्म में असली बाबाओं का महिमामंडन भी है।
मनोज ने बताया कि फिल्म पूरी तरह तैयार है और यह 30 जनवरी को देशभर में एकसाथ प्रदर्शित होगी। हिमालयन ड्रीम्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में हेमंत के अलावा, चंद्रचूड़ सिंह, संजय मिश्रा, बृजेश हिरजी, टीकू तल्सानिया और मिस मारिया भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।