नई दिल्ली। ओलंपिक में भारत के एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने शुक्रवार को रियो ओलंपिक के बाद संन्यास लेने की घोषणा की।
रियो ओलंपिक आगामी पांच अगस्त से शुरू हो रहा है जबकि बिंद्रा आठ अगस्त को पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगे और यह दिन उनके शानदार 20 वर्षों के लंबे करियर का आखिरी दिन होगा।
33 वर्षीय अभिनव बिंद्रा ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने अकाउंट में लिखा, 20 साल का मेरा करियर आठ अगस्त को खत्म होगा, यह विशेष रहा।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा रियो ओलंपिक में भारतीय दल के ध्वजवाहक चुनने पर बिंद्रा ने इसे सर्वोच्च कमान करार देते हुए एक अन्य ट्विट में लिखा कि ओलंपिक खेलों में ध्वजवाहक होना खिलाड़ी का सर्वोच्च सम्मान होता है। मैं आभारी हूं कि मुझे इस सम्मान के लायक समझा गया। जब हम रियो ओलंपिक स्टेडियम में मार्च करेंगे तो हमें एक अरब से अधिक लोगों का समर्थन मिलेगा।
रियो ओलंपिक में भारत के ध्वजवाहक होंगे अभिनव बिंद्रा
ओलंपिक पदक विजेता भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा आगामी पांच अगस्त से शुरू होने वाले रियो ओलंपिक के खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान भारतीय दल के ध्वजवाहक होंगे। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने एक विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की।
आईओए के अनुसार पांचवीं बार ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे अभिनव बिंद्रा को खेलों के महाकुंभ ओलंपिक के लिए भारतीय दल का ध्वजवाहक चुना गया है। वहीं एनआइएआई के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने अभिनव को भारतीय दल का ध्वजवाहक चुनने पर खुशी जताते हुए कहा कि अभिनव एकमात्र ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी है।
वह अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) के कार्यकारी बोर्ड में भी शामिल है। मुझे लगता है कि वह इस पद के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है। साल 2008 बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा रियो खेलों में भारतीय दल के सद्भावना दूत की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।