नई दिल्ली/चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को कहा कि वह नशे में धुत दो गुंडों द्वारा एक आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा कर अपहरण करने की कोशिश करने के मामले में जनहित याचिका दाखिल करेंगे।
स्वामी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में उलटा ही काम किया है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जमानती मामले दर्ज किए और उन्हें जाने दिया।
स्वामी ने कहा कि चंडीगढ़ में मेरे सहयोगी वकील एपी जग्गा के द्वारा मैं नशे में धुत दो गुंडों द्वारा एक आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा कर अपहरण करने की कोशिश करने के मामले में जनहित याचिका दाखिल करने जा रहा हूं। मैं यह जनहित याचिका क्यों दाखिल करने जा रहा हूं, तो इसका जवाब यह है कि यह महिला अधिकारों और महिला सुरक्षा की बात है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे ने चार अगस्त की रात अपने एक साथी आशीष कुमार के साथ कथित तौर पर हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव वीएस कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू का कार में सात किलोमीटर तक पीछा किया।
वर्णिका चंडीगढ़ से सटे पंचकुला की ओर जा रही थीं, इस बीच सेक्टर सात से टाटा सफारी स्टॉर्म एसयूवी में सवार विकास और आशीष ने उनका पीछा करना शुरू किया।
चंडीगढ़ पुलिस ने पांच अगस्त को हाउसिंग बोर्ड चौराहे से विकास और आशीष को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, हालांकि दोनों आरोपियों को उसी दिन जमानत मिल गई।
चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार को कहा है कि जिस मार्ग पर वर्णिका का पीछा किया गया, उस पर लगे सभी नौ सीसीटीवी कैमरे बेकार पड़े हैं, जिसके चलते वे घटना का सीसीटीवी फुटेज हासिल नहीं कर सके हैं।
वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय मामले को कमजोर कर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बेटे को बचाने की कोशिश कर रहा है।