लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ता से बेदखली के बाद समाजवादी पार्टी में बदलाव की बयार तेज हो गई है। पार्टी ने अपने संविधान में संशोधन किया है।
पार्टी ने युवा नेताओं के लिए ड्रेस कोड भी लागू कर दिया है। इसके अलावा सपा को बनाने वाले मुलायम सिंह यादव की फोटो तक अब होर्डिग से गायब होने लगी है।
वर्ष 2014 के आम चुनाव एवं 2017 के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद सपा अब नए कलेवर में जनता के बीच जाकर संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने की कवायद में जुट गई है। संगठन की मजबूती के लिए सदस्यता अभियान को आरंभ कर दिया गया है।
यह अभियान इस बार पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया है। दो महीने तक चलने वाले इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों को पार्टी का सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए पंचायत एवं वार्ड स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
खास बात यह है कि पार्टी में पहले तीन साल की सदस्यता होती थी। लेकिन, अब पार्टी के संविधान में संशोधन कर इसे पांच साल के लिए कर दिया गया है।
इसके पीछे तर्क यह है कि पार्टी इन्हीं सदस्यों के सहारे 2019 एवं 2022 के चुनाव लड़ना चाहती है। इस कार्य में वह बार-बार समय बर्बाद नहीं करना चाहती।
सपा में पर्वितन तो बीते कई माह से चल रहा है। अब इसे और धार देने की कोशिश की जा रही है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को भी पार्टी ने अपनी होर्डिग से हटा दिया है। इसकी एक नजीर शनिवार के सदस्यता अभियान के शुभारंभ पर दिखी।
यहां पर लगी होर्डिग में प्रखर समाजवादी राम मनोहर लाहिया, जनेश्वर मिश्र की फोटो थी पर मुलायम सिंह यादव की नहीं। कार्यक्रम में भी वह शामिल नहीं हुए। इससे पूर्व मुलायम के समर्थकों को पार्टी में किनारे कर दिया गया था।
इसके अलावा पार्टी ने सभी सदस्यों को खादी व हैंडलूम के ही कपड़े पहनने की हिदायत दी है। युवा संगठन के कार्यकर्ताओं को सफेद शर्ट पैंट पहनने के लिए कहा गया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्वयं ही यह ड्रेस कोड का निर्धारण करते हुए कार्यकर्ताओं को इसे अपनाने की हिदायत दी है।
बदलाव को लेकर सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने बताया कि परिवर्तन तो कुदरत का नियम है। उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान में संशोधन कर सदस्यता को पांच साल के लिए कर दिया गया है। यही सदस्य सक्रिय सदस्य का चयन करेंगे।
उन्होंने कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव हमारे आदर्श हैं, उनका अपमान कहीं नहीं किया जा रहा है। रही बात खादी पहनने की तो वह शालीनता का परिचायक है।