सबगुरु न्यूज-सिरोही। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हवाई सर्वेक्षण के दौरान सिरोही में जमीन पर उतरने के बाद हवाई पट्टी के टर्मिनल में पूर्व महामंत्री विरेन्द्रसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सिरोही फोरलेन में रखी गई तकनीकी खामियों से अवगत करवाने के लिए ज्ञापन दिया। बाद में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने एनएचएआई के पीडी एसके मिश्रा से इन तकनीकी खामियों को दूर करने को कहा।
विरेन्द्रसिंह चैहान ने अपने ज्ञापन में बताया कि टनल के आस पास चट्टाने गिरने की जो स्थिति है अगर पहाड़ को स्टेप कट किया जाता तो इसे कम किया जा सकता था। उन्होंने बताया कि अत्यधिक मीडियन 4.5 ़मीटर का प्रावधान है, जिसको कम रखा जा सकता था और सड़क को पहाड़ से दूर रखने से सुरक्षा बढ़ाई जा सकती थी, सुरक्षा दीवार का निर्माण नहीं होने से पत्थर गिरने की आशंका बढ़ गई हैं।
23.07.2017 को अतिवृष्टि होने से सडक पर अत्यधिक गड्ढे हो गए है। इमे आरोप लगाया कि एन.एच.ए.आई ने गुणवत्तायुक्त कार्य नहीं करने से 23 जुलाई को टनल पत्थरों से ढह गया जिससे की यातायात अवरूद्ध हो गया। इसके उपरान्त भी प्रतिदिन लाखों रूपयें का अवैध रूप से टोल वसूला जा रहा है।
वहीं फोरलाइन का सारा ट्राफिक सिरोही शहर से गुजरने से सड़के भी क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने सिरोही सेक्शन की तकनीकी खामियां दूर करने की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान एनएचएआई पीडी को सिरोही के बाहरी घाटा सेक्शन की तकनीकी खामियां दूर करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी ने टोल बंद करने के पूर्व में किए गए अनुरोध के बारे में एनएचएआई पीडी से बात करते हुए कही, लेकिन मुख्यमंत्री ने सडक और टनल की खराबी पर टोल बंद करने के कोई आदेश उस समय नहीं दिए।