मुंबई। महिला कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने हालही में जोरदार तरीके से गुंज रहे चिकी घोटाले में विभाग की गलती स्वीकार कर पूरे प्रकरण को नया मोड़ दिया है।
उधर, विधान परिषद में राज्यमंत्री विद्या ठाकुर ने कहा कि अगर चिकी खराब दर्जे की पाई गई तो सरकार उसे वापस लेने का आदेश जारी करने वाली है।
विधान परिषद के सभापति रामराजे निंबालकर ने कहा कि राज्य सरकार को औषधि व प्रशासन विभाग की रिपोर्ट देखते हुए तत्काल प्रदेश के सभी स्कूलों को वितरीत की गई चिक्की वापस लेना चाहिए।
बतादें कि राज्य में 206 करोड़ रुपए की चिक्की खरीदी किए जाने के मामले को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था।
इस मामले को कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता सचिन सावंत ने जब पहली बार उठाया था, उस समय पंकजा मुंडे ने किसी भी तरह का भष्ट्राचार न होने की बात कही थी।
लेकिन विधान परिषद में जब यह मुद्दा विपक्ष ने उठाया तो पंकजा मुंडे ने कहा कि चिक्की खरीदी प्रकरण में उनके विभाग ने जल्दबाजी किया है।
पंकजा मुंडे ने सदन को कहा कि इसी तरह की चिक्की व खिचड़ी की खरीदी पूर्व मंत्री वर्षा गायकवाड़ के कार्यकाल में भी की गई थी।