फैजाबाद। अयोध्या विधान सभा के घोषित बसपा प्रत्याशी बज्मी सिद्दीकी पर पीड़िता ने लखनऊ ले जाकर दो बार रेप करने का आरोप लगाया है।
पीड़िता का कहना है कि शादी का झांसा देकर उसके होने वाले पति ने ही उसे बज्मी सिद्दीकी के साथ हमबिस्तर होने पर मजबूर किया।
फिलहाल बसपा नेता ने आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि उन्हें रेप में फंसाने के पीछे सपा सरकार के वन राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय का हाथ है। दूसरी ओर वन राज्यमंत्री ने बसपा नेता के आरोप को निराधार बताया है।
बसपा के घोषित प्रत्याशी द्वारा एक मुस्लिम युवती के साथ रेप और मारने पीटने का मामला उस समय प्रकाश में आया जब पीड़िता ने कोतवाली नगर में बसपा नेता बज्मी सिद्दीकी सहित चार लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया।
यही नहीं पुलिस ने दफा 161 के तहत पीड़िता का आडियो, वीडियो बयान भी दर्ज किया है। बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने जिला चिकित्सालय लाकर पीड़िता का मेडिकल कराया जिसमें जांच में पीड़िता की कमर व पीठ में मारपीट के निशान पाए गए।
पीड़िता 23 वर्षीया शमा परवीन (काल्पनिक नाम) निवासिनी मोहल्ला पुरानी सब्जी मण्डी ने, जो मुकदमा दर्ज कराया है, उसमें पति 30 वर्षीय सरफराज उर्फ पाले, उसके साथी रहमान, सुलेमान निवासी पुरानी सब्जी मण्डी के अलावां बसपा के घोषित प्रत्याशी बज्मी सिद्दीकी को भी आरोपी बनाया है।
दर्ज मुकदमा में कहा गया है कि पीड़िता पुरानी सब्जी मण्डी स्थित अपने चाचा के घर मे रहती थी। उसके घर में घुसकर पति पाले व अन्य ने उसे मारा-पीटा। सभी लोग बसपा नेता बज्मी सिद्दीकी के गुर्गे हैं और वह दबाव बना रहे थे कि चार दिन के लिए वह बसपा नेता के साथ नैनीताल जाकर उन्हें समझे।
इस सम्बन्ध में नगर कोतवाल ए.के. उपाध्याय का कहना है कि महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है। विवेचना के बाद यदि मामला सत्य पाया गया तो आरोपियों पर कार्यवाही की जाएगी।
मामला 3 व 5 जून 2016 का है। पाले और बज्मी सिद्दीकी 3 जून को उसे लेकर वृदावन कालोनी लखनऊ के एक भवन में गए जहां बसपा नेता ने 3 जून को दिन में तथा 4 जून को रात में उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था।
पाले से उसकी नोटरी कोर्ट मैरिज 5 अक्टूबर को हुई तभी से पाले उसपर दबाव डाल रहा था कि वह बज्मी सिद्दीकी के साथ चार दिन के लिए नैनीताल जाएय और वहां उन्हें अच्छी तरह समझ कर आए। नैनीताल जाने से जब उसने इनकार कर दिया तो उसे पाले और अन्य ने मारा पीटा।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद 21 अक्टूबर को रात्रि 9.50 बजे मेडिकल के लिए जिला चिकित्सालय लेकर आई जहाँ ईएमओ डा. शिशिर श्रीवास्तव ने पीड़िता की मेडिकल जांच की।
आरोप से घिरे बसपा के घोषित प्रत्याशी बज्मी सिद्दीकी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि एफआईआर में यह घटना 21 अक्टूबर अपरान्ह 2 बजे दर्शाया गया है जबकि वास्तविकता यह है कि उस दिन वह सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक सुलतानपुर में आयोजित जोन मीटिंग में भाग ले रहे थे।
उनपर निराधार आरोप लगाया जा रहा है। इस षड़यंत्र के पीछे सपा के वन राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय का हाथ है। वह इसे हवा देकर राजनीतिक लाभ उठाना चाह रहे हैं।
दूसरी ओर बसपा नेता बज्मी सिद्दीकी द्वारा लगाए गए आरोप के समबन्ध में जब वन राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय से पूंछा गया तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह आरोप लगाने वाली महिला को न तो जानते हैं और न ही पहचानते हैं बज्मी सिद्दीकी उनपर गलत आरोप लगा रहे हैं।