बेंगलुरू। बेहद रोमांचक मुकाबले में चेन्नयन एफसी ने मैच खत्म होने से दो मिनट पहले धनपाल गणेश द्वारा किए गए गोल के दम रविवार को बेंगलुरू एफसी को उसके ही घर श्रीकांतीरावा स्टेडियम में खेले गए हीरो इंडियन सुपर लीग के चौथे सीजन के मैच में 2-1 से मात दी।
बेंगलुरू के कप्तान सुनील छेत्री द्वारा 85वें मिनट में किए गए बराबरा का गोल करने के बाद लग रहा था कि मैच बराबरी पर रहेगा, लेकिन धनपाल ने 88वें मिनट में निर्णायक गोल कर अपनी टीम को जीत दिलाई।
इस जीत के साथ चेन्नयन के छह मैचों में चार जीत और दो हार के साथ 12 अंक हो गए हैं, लेकिन वह तीसरे स्थान पर ही बनी हुई है। बेंगलुरू के भी 12 अंक हैं लेकिन वह गोलअंतर में चेन्नयन से आगे है और दूसरे स्थान पर कायम है। एफसी गोवा 12 अंकों और बेहतर गोल अंतर के साथ पहले स्थान पर है।
घर में खेल रही बेंगलुरू एफसी के प्रशंसकों को अपनी टीम से पहले गोल की उम्मीद थी, लेकिन हुआ इससे उलट। जेजे ने पांचवें मिनट में इस सीजन का सबसे तेज गोल मारते हुए बेंगलुरू के प्रशंसकों को निराश और अपनी टीम में जोश का संचार कर दिया।
बॉक्स में आई गेंद को लेनी रोड्रिगेज ने क्लीयर करने की कोशिश की, जो वहीं खड़े बेंगलुरू के कप्तान सुनील छेत्री से टकरा कर जेजे के पास आई। जेजे ने यह मौका हाथ से जाने नहीं दिया और आसानी से गेंद को नेट में डाल अपनी टीम को शुरुआती पलों में ही बढ़त दिला दी।
चेन्नयन यहां से मेजबान टीम पर हावी हो रही थी लेकिन बेंगलुरू का डिफेंस भी शानदार खेल रहा था। इसी बीच बेंगलुरू को बराबरी करने का मौका भी मिला, जो उससे छिन गया। 18वें मिनट गार्सिया के पास गेंद आई, जिन्होंने बेहतरीन तरीके से लो शॉट गोलपोस्ट की तरफ खेला। उन्होंने गोलकीपर को भी मात दे दी थी लेकिन गेंद बार से टकरा पर वापस आ गई।
पहले हाफ में इससे बड़ा मौका बेंगलुरू को बराबरी करने का नहीं मिला। 34वें मिनट में जेजे ने अपने बेहतरीन खेल का मुजायरा एक बार फिर पेश किया। गेंद उनके कब्जे में आई और गोलकीपर अपनी सही जगह पर नहीं थे। जेजे ने मौका बनाया और शॉट लिया जो गोलपोस्ट के ऊपर से निकल गया।
पहला हाफ खत्म होने तक दोनों टीमों को ज्यादा मौके तो नहीं मिले लेकिन चेन्नयन किसी तरह अपनी बढ़त को कायम रखने में कामयाब रही। वहीं बेंगलुरू की कोशिशें भी जारी थी। ऐसी ही एक कोशिश उसके कप्तान छेत्री ने 41वें मिनट में की। इस बार वह अकेले निकले और लो शॉट खेला, हालांकि वह शॉट लेने में जल्दबाजी कर बैठे और गोल करने का मौका उनके पास से चला गया।
पीछे चल रही बेंगलुरू ने दूसरे हाफ में बदलाव किया और 46वें मिनट में लेनी की जगह उदांता सिंह को उतारा, जिन्होंने आते ही अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी। उन्होंने गेंद अपने कब्जे में लेते हुए दौड़ लगाई और शानदार तरीके से मिकू को पास दी, जिन्होंने छेत्री को गेंद सौंपी जो चूक कर बैठे और गोल नहीं हो सका।
67वें मिनट में बेंगलुरू को फ्री किक मिली थी। गार्सिया ने फ्री किक ली जो राहुल भिके के पास आई। राहुल उस पर नियंत्रण नहीं रख सके और गेंद को ऊपर खेल बैठे। 73वें मिनट में राफेल अगस्तो ने चेन्नयन के लिए मौका बनाया जो बेकार गया। अगस्तो की गलती यह रही कि वह गेंद को सीधे गोलकीपर के हाथों में खेल बैठे।
बराबरी के लिए जद्दोजहद कर रही बेंगलुरू को आखिरी कर कप्तान ने राहत की सांस दी। ऐसा लगा कि बेंगलुरू की टीम चेन्नई को अंक बांटने पर मजबूर कर देगी लेकिन धनपाल ने अंतिम पलों में एक बेहतरीन गोल दागते हुए अंतर पैदा कर दिया।