जगदलपुर। बस्तर संभाग के आउटसोर्सिंग से शिक्षकों की भर्ती के लिए सिक्योरिटी मनी के रूप में पांच हजार रूपए की डीडी देना पड़ रहा है। जबकि आवेदन पत्र में इस बात का जिक्र नहीं है।
सिक्योरिटी मनी देने में असमर्थ कई आवेदकों ने आवेदन ही नहीं दिया। गौरतलब है कि शिक्षकों की भर्ती आउटसोर्सिंग के तहत हो रही है। चयनित शिक्षकों को 15 हजार रूपए प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा।
संभाग में बीएड के साथ एमए इंग्लिश, एम कॉम, एमएससी फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायलॉजी के अभ्यार्थियों को ही लिया जा रहा है। प्राइम वन कंपनी और कॉल मी कंपनी नियुक्ति दे रही है।
हाल ही में कांकेर के रोजगार कार्यालय में आउटसोर्सिंग के तहत कैंप का आयोजन किया गया था, लेकिन जब रोजगार कार्यालय को ज्ञात हुआ कि आवेदकों से पैसे लिए जा रहे हैं तब उन्होंने शिविर कार्यालय से बाहर कर दिया।
प्राइम वन कंपनी में अब 200 आवेदन और कॉल मी सर्विस के पास 124 आवेदन आ चुके हैं। कई आवेदकों ने 5 हजार की डीडी भी जमा कर दी है।
प्राइम वन के उप महाप्रबंधक सूरज बिसारिया ने बताया कि कई बार आवेदक नौकरी छोड़ देते हैं या कार्य पर नहीं जाते हैं। इस वजह से आवेदकों से सुरक्षा निधि लिया जा रहा है।
जब आवेदक काम छोड़ेंगे तो यह पैसे उन्हें वापस कर दिए जाएंगे। नियुक्ति पत्र में सुरक्षा निधि वापस दिए जाने संबंधी बात भी कही गई है।