रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने अपने सरकार को दिल्ली से बाहर निकालकर जन-जन तक पहुंचाया है। यह सरकार किसानों और आदिवासियों के बीच खड़ी है।
मोदी ने कहा कि जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से ही यह संभव हो पाया है। योजनाओं की शुरूआत अब दिल्ली में या दिल्ली के विज्ञान भवन के बंद कमरों में नहीं बल्कि आम जनता के बीच होती है। यह सरकार और इसकी योजनाएं गरीबों, किसानों, पीड़ितों, वंचितों और आदिवासियों के लिए है।
मोदी रविवार को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के ग्राम कुर्रूभाठ (डोंगरगढ़) में आयोजित एक विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस अवसर पर केन्द्र सरकार के रर्बन मिशन का राष्ट्र व्यापी शुभारंभ करते हुए कहा कि गांवों को शहरों जैसी बुनियादी सुविधाएं देने के लिए यह एक ऐसी योजना है, जिसमें आत्मा गांव की और सुविधाएं शहरों की होंगी। यही इस मिशन की पहचान होगी।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में राजनांदगांव जिले के दो विकासखंडों-अम्बागढ़ चौकी और छुरिया को स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच मुक्त विकासखंड घोषित किया।
मोदी ने इस अवसर पर धमतरी जिले के ग्राम कोटभर्री निवासी वयोवृद्ध महिला 104 वर्षीय कुंवर बाई का चरण छू कर उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया, जिन्होंने बकरी पालन की आमदनी से अपने घर से शौचालय बनवाने के साथ पूरे गांव को इसके लिए प्रोत्साहित किया था।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर प्रदेशवासियों को सस्ती और अच्छी क्वालिटी की दवाई उपलब्ध कराने के लिए एक सौ जेनेरिक मेडिकल दुकानों (जन औषधि मेडिकल स्टोर्स) की परियोजना का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, केन्द्रीय पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, छत्तीसगढ़ के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री अजय चन्द्राकर, लोक निर्माण , आवास और पर्यावरण मंत्री राजेश मूणत तथा राजनंदगांव के लोकसभा सांसद अभिषेक सिंह सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि इस मौके पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को छत्तीसगढ़ के किसानों की पारम्परिक ‘खुमरी’ पहनाकर प्रदेशवासियों को ओर से उनका सम्मान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा में वयोवृद्ध कुंवर बाई का उल्लेख करते हुए कहा कि आज मुझे यहां 104 वर्ष की मां कुंवर बाई आशीर्वाद पाने का सौभाग्य मिला। जो लोग अपने आप को नवजवान मानते हैं, वे तय करें कि उनकी सोच भी जवान है क्या? एक सौ चार वर्ष की मां कुंवर बाई न टीवी देखती हैं और न ही पढ़ी-लिखी हैं, लेकिन उन्हें पता चला के देश के प्रधानमंत्री लोगों को घरों में शौचालय बनवाने के लिए कहते हैं।
उन्होंने बकरी पालन की राशि से अपने घर में शौचालय बनवाया और गांव वालों को भी शौचालय बनाने के लिए मजबूर किया। मोदी ने कहा कि कुंवर बाई जैसी वयोवृद्ध महिला का यह विचार पूरे देश में तेजी से आ रहे बदलाव का प्रतीक है। मैं उन्हें प्रमाण करता हूं। मोदी ने मीडिया प्रतिनिधियों का आव्हान किया कि वे भले ही उनका भाषण न दिखाए, लेकिन कुंवर बाई के इस प्रेरणादायक कार्य को जरूर जन-जन तक पहुंचाएं।
मोदी ने दो आदिवासी बहुल विकासखंडों-अम्बागढ़ चौकी और छुरिया को खुले में शौच मुक्त विकासखंड घोषित करते हुए दोनों विकासखंडों के निवासियों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन विकासखंडों के सेवा भावी नवजवानों, माताओं, बहनों ने व कार्य कर दिखाया है, जो सामाजिक जागरूकता का परिचायक है।
स्वच्छता छोटी बात नहीं है। शैचालयों का निर्माण बीमारियों से मुक्ति के लिए जरूरी है, स्वच्छता के लिए जरूरी है, स्वच्छ भारत के लिए जरूरी है। इस दिशा में इन दोनों विकासखंडों के लोगों ने एक बड़ा काम कर दिखाया है।
मोदी ने कहा-कभी-कभी देश के प्रधानमंत्री भी टैक्स लगाने से डरते हैं, लेकिन इन विकासखंडों के नवजवानों को विशेष रूप से बधाई कि उन्होंने खुले में शौच करने वालों पर दण्ड लगाने का निर्णय लिया। देश को खुले में शौच की सदियों पुरानी आदत से मुक्ति की जरूरत है।
हमारी माताओं और बहनों का सबसे बड़ा सम्मान यही होगा कि उन्हें हम शौचालय बनवाकर दें। उन्हें खुले में शौच के के मुक्ति मिलेगी, तो उनकी आशीर्वाद से हिन्दुस्तान को दुनिया का शक्तिशाली देश बनाया जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के लिए जेनेरिक दवाई की बिक्री के लिए लगभग एक सौ मेडिकल स्टोर्स योजना का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि गरीबों को इलाज के लिए सस्ती और अच्छी क्वालिटी की दवाईयां मिलनी चाहिए। यह हमारी सरकार की सोच है। प्रधानमंत्री ने राज्य में इस योजना को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उनके पूरी टीम को बधाई दी।
रर्बन मिशन का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा- गांवों को शहरों जैसी सुविधाएं देना इसका मुख्य उददेश्य है। अगर हम स्मार्ट शहर बना रहे हैं, तो स्मार्ट गांव क्यो नहीं बन सकते।
उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण आबादी शहरों की ओर आ रही है। पढ़े-लिखे लोग अपने बूढ़े मां-बाप को गांव में छोड़कर रोजगार के लिए शहरों में रहना चाहते हैं, जहां उनको बिजली, पानी, इन्टरनेट आदि के साथ एक गुणवत्ता पूर्ण जीवन जीने की उम्मीद होती है।
मोदी ने कहा कि शहरों में बढ़ती जनसंख्या के दबाव के अनुरूप बिजली, पानी और ड्रेनेज सिस्टम का अभाव होता है। इसलिए शहरों में जीवन कठिन हो जाता है। इस समस्या को हल करने के लिए केन्द्र सरकार ने रर्बन मिशन के रूप में एक बड़ा उपाय किया है। यह एक ऐसा मिशन है, जो रूरल (ग्रामीण) और अर्बन (शहरी) दोनों को मिलाकर संचालित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा- इस मिशन का उददेश्य ऐसा विकास है, जिसमें आत्मा की गांव की और सुविधाएं शहर की हो। मोदी ने अपनी सरकार की ओर से किसानों के लिए शुरू की गई नवीन फसल बीमा योजना की विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने एक पत्रकार द्वारा इस बीमा योजना के बारे मे की गई सकारात्मक टिप्पणी का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया था कि यह किसानों में भरोसा पैदा करने वाली पहली फसल बीमा योजना है। प्रधानमंत्री ने कहा- हमारे देश में ज्यादातर खेती ईश्वर पर आश्रित होती है। प्राकृतिक विपदाओं में किसानों को सुरक्षा मिलना जरूरी है। हमने इसके पहले की फसल बीमा योजना की विसंगतियों को दूर किया है।
इसमें प्रीमियम सिर्फ डेढ़ से दो प्रतिशत के बीच रखा है। खेतों में काटकर रखी गई फसल पर अगर 14 दिन के भीतर प्राकृतिक विपदा आ गई, तो उसे भी बीमा का लाभ मिलेगा। बीमा की राशि के लिए दो-दो साल तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। किसानों को पहली बार फसल बीमा के रूप में इतना बड़ा सुरक्षा कवच मिला है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर आज प्रदेश में दो बड़े चमत्कार हो रहे हैं। पहला चमत्कार प्रधानमंत्री के हाथों यहां से पूरे देश के लिए रर्बन मिशन की शुभारंभ के रूप में है और दूसरा बड़ा चमत्कार इस जिले के दो विकासखंड़ों-अम्बागढ़ चौकी और छुरिया को प्रधानमंत्री द्वारा खुले में शौच विकासखंड घोषित किए जाने का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिर्फ 430 दिनों की अवधि में देश में नया इतिहास बनाया है। वे प्रतिदिन सुबह छह बजे से देर रात 12 बजे तक काम करते हैं। ग्रामीण जनता से मिलने हमेशा तत्पर रहते हैं। हमारे आग्रह पर उन्होंने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में परिवर्तन कर छत्तीसगढ़ आने का कार्यक्रम बनाया।
प्रधानमंत्री ने गांव, गरीब और किसानों की पीड़ा को समझा है। अकाल की समस्या के स्थायी समाधान के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना के रूप में किसानों को सुरक्षा दी है। डॉ. रमन सिंह ने इस मौके पर छत्तीसगढ़ के सुुखा पीड़ित किसानों के लिए राज्य शासन द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी।
जनसभा को केन्द्रीय पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह और राजनांदगांव के लोकसभा सांसद अभिषेक सिंह ने भी सम्बोधित किया। स्वागत भाषण छत्तीसगढ के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री अजय चन्द्राकर ने दिया।