रायपुर। राज्य में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे संयुक्त अभियान प्रहार में जहां एक ओर पुलिस 15-20 नक्सलियों को मार गिराने का दावा कर रही है, वहीं शनिवार सुबह 10 बजे सुकमा जिले के चिंतागुफा के टुडामरका के जंगलों में हुई मुठभेड़ में डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हो गए हैं। इसके साथ ही नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
नक्सल अभियान के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि चिंतागुफा के टुंडामरका के जंगलों में मुठभेड़ शुरू हुई। नक्सलियों ने सोचा भी नहीं होगा कि टुंडामरका में उनके खिलाफ हमला होगा, इस हमले में नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है।
सिन्हा ने कहा कि वायुसेना के हेलिकॉप्टर से घायल जवानों को घटनास्थल से निकाला गया। उन्हें इलाज के लिए रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दंतेवाड़ा के कुआकोंडा में सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि सुकमा के कुकानर से भी दो नक्सलियों को पकड़ा गया है। बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक नक्सली को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
डी.जी. डी.एम. अवस्थी ने कहा कि इस संयुक्त अभियान में नक्सलियों ने पहले डीआरजी की बटालियन पर गोलीबारी की। उसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से जवाबी गोलीबारी की गई। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री भी तबाह कर दी है। आठ मई के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ कई अभियान चलाए हैं।
कथित तौर पर मुठभेड़ को लेकर पुलिस मुख्यालय में आला अधिकारियों की बैठक जारी है। इसमें नक्सल रोधी अभियान की अगुवाई कर रहे डी. एम. अवस्थी, वायुसेना कमांडर अजय शुक्ला, सीआरपीएफ आईजी देंवेंद्र चौहान सहित कई आला अधिकारी मौजूद हैं।
रामकृष्ण अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप दवे ने कहा कि घायल जवानों का इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। दो जवानों का ऑपरेशन भी कर दिया गया है। वे अब खतरे से बाहर हैं।