राजिम। राजिम कुंभ मेला में देश-प्रदेश सहित विदेशों से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं । पिछले दिनों नीदरलैण्ड से विदेशी पर्यटक पहुंचे थे, जो पूरा मेला क्षेत्र में घूम-घूम कर फोटो ग्राफी एवं यहां लगे स्टॉलों, साधु-संतो के कुटिया संमागम क्षेत्र नागा-साधुओं से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया।
वहीं सुबह स्वीटजरलैण्ड से दो पर्यटक ऐरिका एवं रूडी मेला क्षेत्र में घूमते हुए नजर आए। हमारे संवाददाता ने उनसे संक्षिप्त में बात करते हुए पूछा कि यहां आकर आपको कैसा लग रह है? तो दोनों पर्यटक ने हंसते हुए कहा कि अच्छा लग रहा है। हम यहां पहली बार आए हैं। यहां का मौसम, यहां के लोग तथा उनका रहन-सहन खूबसुरत है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष होने वाले राजिम कुंभ मेले के बारे में सुना था, लेकिन हमें मालूम नहीं था कि इतना अच्छा साधु-संतो के सानिध्य में यह कार्यक्रम में होता होगा। यहां पहुुंचने के बाद आनंद ही आनंद लग रहा है।
पर्यटक को घूमाने लाए उसके गाईड आशीष दुबे ने बताया कि हम यहां भ्रमण करने के बाद कवर्धा के लिए रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि हम आज सुबह ही यहां पहुंचे हैं और अभी दोपहर में ही यहां से निकल जाएंगे। विदेशी पर्यटक संत समागम के अलावा लोमश ऋषि आश्रम, श्रीकुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर, भगवान राजीवलोचन मंदिर सहित अनेकों जगह का भ्रमण किया।
राजिम कुंभ कराना छत्तीसगढ़ का सराहनीय प्रयास
ऋषिकुल धाम जोधपुर से राजिम कुंभ के लिए आए आचार्य पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर शिव स्वरूपानंद सरस्वती महाराज चंपारण में सुदामापुरी धर्मशाला में ठहरे हुए हैं।इन संत से इस संवाददाता ने राजिम कुंभ की कुशलता-अकुशलता को लेकर अनेक प्रश्र पूछे।
आचार्य सरस्वती ने कहा कि राजिम कुंभ का नाम बहुत सुना था। मगर वे तीन वर्षों से यहां आ रहे हैं। राजिम में कुंभ कराना छत्तीसगढ़ सरकार का सराहनीय प्रयास है। ऐसा प्रयास महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल, उड़ीसा आदि सरकारों को भी करना चाहिए। ताकि देश में संस्कृति का बढ़ावा हो। लोग अपनी संस्कृति से विकृत न हो सकें।
महाआरती में प्रत्येक दिन उमड़ रही अपार भीड़
राजिम कुंभ आयोजन में महानदी महाआरती कुंभ में आकर्षण का केन्द्र है। संध्या की महाआरती में हजारो की संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित हो रहे है। वेतरतन सेवा प्रकल्प के संरक्षक महंत साध्वी प्रज्ञा भारती के द्वारा महाआरती 3 फरवरी माघ पूर्णिमा से प्रारंभ की गयी है। वेदरतन प्रकल्प के संयोजक अशोक राजपूत के अथक प्रयास से विगत 3 वर्षो से महाआरती का आयोजन किया जा रहा है।
महाआरती की भव्यता के संबंध में दूर-दूर तक चर्चा की जा रही है। इस महाआरती में प्रथम दिवस छ.ग. विधानसभा के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, चन्दूलाल साहू सांसद महासमुंद, गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, विधायक राजिम संतोष उपाध्याय, डॉ. रमन सिंह की बड़ी बहन ईला कल्चुरी, पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर साहू, नयापारा नगर पालिका अध्यक्ष विजय गोयल आदि उपस्थित होकर महाआरती को और अधिक गरिमामय किया गया।
संत बालकदास पटेश्वर धाम राष्ट्रीय संत असंग साहब, संत सिद्धेश्वरानंद महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज, महामंडलेश्वर आनंद चेतन हरिद्वार, महामंडलेश्वर ईश्वरदास ऋषीकेश, महामंडलेश्वर शिवस्वरूपानंद महाराज जोधपुर तथा स्वामी अनिरूद्ध जी महाराज, स्वामी कृष्णारंजन जी महाराज आदि के सानिध्य में महाआरती का आयोजन दिन प्रतिदिन श्रद्धा का केन्द्र बनता जा रहा है।