रायपुर। बीते दिनों छत्तीसगढ़ पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी की अगवानी के समय काला चश्मा लगाने और ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के कारण बस्तर और दंतेवाड़ा में पदस्थ कलेक्टरों को सामान्य प्रशासन विभाग ने कड़ी चेतावनी दी है और भविष्य में इस तरह का कृत्य नहीं करने की हिदायत दी है।
पीएम नरेंद्र मोदी 9 मई को जगदलपुर और दंतेवाड़ा गए थे। नियम के मुताबिक बस्तर के कलेक्टर अमित कटारिया और दंतेवाड़ा के कलेक्टर केसी देवसेनापति ने प्रधानमंत्री की अगवानी की। इस दौरान बस्तर के कलेक्टर ने सही रस्मी पोशाक नहीं पहनी और धूप का चश्मा लगाए हुए थे। यही स्थिति दंतेवाड़ा के कलेक्टर देवसेनापति की भी रही। उन्होंने भी रस्मी पोशाक नहीं पहनी थी।
सामान्य प्रशासन विभाग ने दोनों कलेक्टरों को दिए नोटिस में कहा है कि यह ऑल इंडिया सर्विस (कंडक्ट) रूल्स 1968 की कंडिका 3 (1) के विपरीत है और अशोभनीय भी।
ऑल इंडिया सर्विस कंडक्ट रूल्स 1968 के प्रावधानों के तहत अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों के लिए ड्रेस कोड तय किया गया है। ट्रेनिंग के अलावा गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, राज्यपाल, राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के आगमन सहित विभिन्न अवसरों पर कौन सी पोशाक पहनना है यह निर्धारित किया गया है।
सेवानिवृत्त आईएएस अफसर बी.के.एस. रे का कहना है कि अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियम में स्पष्ट प्रावधान है कि इस सेवा के अधिकारी ऐसा कोई कृत्य न करें जो उनके पद और गरिमा के विपरीत हो।
उन्होंने कहा कि आईएएस अफसरों के लिए हालांकि कोई ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या राज्यपाल की अगवानी के दौरान काला चश्मे पहनना, कलेक्टर के पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है। इधर बस्तर के कलेक्टर अमित कटारिया और दंतेवाड़ा के कलेक्टर देव सेनापति ने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग से उन्हें नोटिस नहीं मिला है।