नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को सरकार से पूछा कि यदि 2007 में एक मीडिया हाउस को विदेशी निवेश प्राप्त करने के लिए दी गई मंजूरी गलत थी, तो विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के छह सचिवों को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया। इस मामले में उनके बेटे कीर्ति शामिल हैं।
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि अगर उस खास मामले में एफआईपीबी की मंजूरी गलत थी, तो सीबीआई ने छह सचिवों को आरोपी क्यों नहीं बनाया? क्या इसलिए कि छह सचिव स्पष्ट तौर पर ईमानदार थे।
हालांकि कांग्रेसी नेता ने इस मामले का जिक्र नहीं किया। लेकिन जाहिर तौर पर वह मॉरिशस से कथित रूप से धन प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया को दी गई एफआईपीबी मंजूरी का जिक्र कर रहे थे।
सीबीआई इस मामले में कीर्ति से पूछताछ करना चाहती है और उन्हें सम्मन जारी किया गया है। आरोप है कि चिदंबरम के बेटे द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से संचालित एक कंपनी ने मीडिया हाउस से पैसा लिया था।