नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर का रविवार को राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में न्यायाधीशों और मुख्यमंत्रियों के संयुक्त सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री के समक्ष भावुक होना फिजूल लग रहा है।
पार्टी नेता मजीद मेमन ने सोमवार को कहा कि मुख्य न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर के टूटने का कोई कारण नहीं था। असल में उन्होंने जो मुद्दा पीएम के सामने उठाया, उसे सभी लोग पहले से ही अच्छी तरह जानते हैं। इसमें कुछ नया नहीं था। उन्होंने न्यायाधीशों की शक्ति की कमी के बारे में बात की।
एनसीपी नेता ने कहा कि वह स्वयं इस मुद्देे को संसद में उठा चुके हैं। न्यायपालिका में रिक्त पडे पदों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि आखिर क्यों इतने सारे पद रिक्त खाली पडे हैं।
मजीद मेमन ने कहा कि हमें पहले रिक्त पदों को भरकर न्यायालयों की क्षमता को बढाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक एक लाख लोगों पर हमें 50 न्यायाधीशों की जरूरत है लेकिन हमें मुश्किल से 15-17 ही उपलब्ध हैं।