नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस के मौके पर एक दिन पहले तिरंगा झंडा फहराया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अपनी जिम्मेदारी निजी संस्थाओं पर नहीं छोड़ेगी। इस मौके पर केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा दिल्ली सरकार ने पिछले डेढ़ साल में बहुत से काम किए।
जो काम किए उसमें बहुत सी गलतियां भी हो सकती हैं, लेकिन दो साल में सरकारी स्कूलों में क्रांतिकारी परिवर्तन किया गया है। पिछले आठ साल में सरकारी स्कूलों में केवल 150 सौ क्लास रूम बनाए गए थे। इससे ज्यादा पिछले डेढ़ साल में बना दिए गए हैं।
पहले सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को तरजीह नहीं दी जाती थी। आज उन्हीं शिक्षकों ने चमत्कार करके दिखा दिया है। सरकारी स्कूलों का कायाकल्प हो गया है। आने वाले समय में दिल्ली के सरकारी स्कूल पूरी दुनिया में एक मिसाल के रूप में प्रस्तुत होंगे।
निजी स्कूल भी अच्छा कर रहे हैं लेकिन एक गंदी मछली पूरे तलाब को गंदा कर देती है। उन्होंने कहा अभी तक सरकारें निजी स्कूलों पर लगाम लगाने में हिचकती थी लेकिन केजरीवाल ने दिल्ली के छात्रों के हित के बारे में सोचते हुए उन पर नकेल लगाकर उन्हें फीस बढ़ाने तक से रोक दिया है।
केजरीवाल ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकार के कई काम गिनाते हुए अपनी पीठ थपथपाई और कहा कि मोहल्ला क्लीनिक पूरी दुनिया में अपने तरह की पहली मिसाल है। जो पूरा इलाज टेस्ट समेत फ्री कर रहे हैं।
इतना ही नहीं पूरी दिल्ली में 122 पॉली क्लीनिकों का भी निर्माण किया जा रहा है। जहां हड्डियों के, महिलाओं के बच्चों के विशेषज्ञ डॉक्टर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में अमीर-गरीब सभी के लिए टेस्ट और दवाईयां फ्री हैं जो कि पूरे देश के लिए एक मिसाल है।
उन्होंने कहा कि पूरा देश, सारी सरकार, केंद्र सरकार अगर ये ठान ले कि शिक्षा और स्वास्थ्य में बेहतर काम करना है तो देश बदल जाएगा। सभी समस्याओं से मुक्त हो जाएगा। सरकार अपनी जिम्मेदारी निजी स्कूल और निजी अस्पतालों पर नहीं छोड़ सकती।