रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के दूसरे चरण में आज सवेरे राजधानी रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर सबसे पहले अचानक जशपुर जिले के ग्राम अलोरी (विकासखंड मनोरा) और उसके बाद वहां से सूरजपुर जिले में पहाड़ी के नीचे ग्राम जजावल (विकासखंड प्रतापपुर) पहुंचे।
उन्होंने दोनों आदिवासी बहुल जिलों के इन गांवों में अमराइयों की छांव में सादगीपूर्ण ढंग से चौपाल लगाकर ग्रामीण से विभिन्न विषयों पर बातचीत की। मुख्यमंत्री को अचानक अपने बीच पाकर दोनों गांवों के लोगों में आश्चर्य मिश्रित खुशी देखी गई।
मुख्यमंत्री ने जजावल के ग्रामीणों को इस बात के लिए बधाई दी कि सरगुजा अंचल में नक्सल हिंसा और आतंक के खिलाफ सबसे पहली आवाज इसी जजावल गांव के लोगों ने उठाई थी। उनसे प्रेरणा लेकर अन्य गांवों में भी जागरूकता आई और सबके सहयोग से सरगुजा को नक्सल मुक्त किया जा सका।
डॉ. रमन सिंह ने जजावल और आस-पास के गांवों में बिजली के कम वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए जजावल में 33/11 के.व्ही. क्षमता के विद्युत सब-स्टेशन निर्माण जल्द करवाने की घोषण की। उन्होंने सिंचाई सुविधा के लिए स्टाप डेम निर्माण भी स्वीकार कर ली और इसके लिए पचास लाख रूपए मंजूर करने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जजावल में सूखा राहत मद से अगले तीन-चार दिनों में तालाब निर्माण शुरू कर दिया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा। डॉ. सिंह ने जजावल में पंचायत भवन की स्वीकृति प्रदान करते हुए कहा कि प्रतापुर-जजावल मार्ग में सुगम यातायात के लिए घाट कटिंग का काम भी जल्द शुरू किया जाएगा, जजावल में प्री-मेट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास सहित अगले बजट में हाईस्कूल की भी स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
डॉ. रमन सिंह का हेलीकॉप्टर आज सवेरे सबसे पहले ग्राम अलोरी (जिला जशपुर) के एक खेत में उतरा। डॉ. सिंह ने गांव वालों के साथ अमराई की छांव में चौपाल लगायी। उन्होंने यह जानकर खुशी जताई कि अलोरी में सौर ऊर्जा से संचालित पम्पों में गर्मियों में भी पर्याप्त पानी आ रहा है।
उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा के बाद अलोरी में एक महीने के भीतर बिजली पहुंचाने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने कहा कि गांव में बिजली के खंभे लग चुके हैं, तार भी खीचें जा चुके हैं, केवल कनेक्शन की कुछ औपचारिकता बाकी है, जिसे पूर्ण कर चालू मई के महीने में ही बिजली पहुंचा दी जाएगी। उन्होंने इसके लिए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने सूखा और ओला प्रभावित किसानों की मदद के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को तीन दिन के भीतर सर्वेक्षण पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सर्वेक्षण के बाद किसानों को मुआवजा भुगतान भी तत्परता से किया जाए।उन्होंने ग्रामीण युवाओं की मांग पर अलोरी में मनरेगा के तहत खेल मैदान बनवाने की भी घोषण की।
डॉ. सिंह ने ग्रामीणो के आग्रह पर यह भी ऐलान किया कि जशपुर नगर से आस्ता तक चलने वाली सिटी बस ग्राम अलोरी के रास्ते से चलेगी, ताकि अलोरी और आस-पास के ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने अलोरी-मतलोंगा मार्ग पर पहाड़ी नाले में पुल निर्माण की भी घोषणा की।
उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत जानने के लिए वे लोक सुराज अभियान में प्रदेश का सघन दौरा कर रहे हैं। इस अभियान में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री, संसदीय सचिव, सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि तथा मुख्य सचिव से लेकर सभी विभागों के अधिकारी भी गांवों और शहरों में पहुंचकर लोगों से मिल रहे हैं। सरकारी योजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अलोरी के लोगों को यह भी बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों तीन वर्ष से छह वर्ष तक आयु समूह के बच्चों को सप्ताह में एक दिन मीठा और सुगंधित दूध देने के लिए मुख्यमंत्री अमृत योजना की शुरूआत लोक सुराज अभियान के दौरान सुकमा जिले से की जा चुकी है।
इसी कड़ी में गर्भवती माताओं को प्रतिदिन दोपहर में गर्म, ताजा और पौष्टिक भोजन देने के लिए ‘मुख्यमंत्री महतारी जतन योजना’ का शुभारंभ तीन मई को कोरिया जिले के ग्राम सलगवांकला (विकासखंड सोनहत) से किया जा रहा है।
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों और ग्रामीणों को बी-वन तथा खसरा वितरण निःशुल्क करने का निर्णय लिया है। यह कार्य अगले छह महीने में पूर्ण करनेे के निर्देश राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री के साथ कृषि और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव विवेक ढांड, मुख्यमंत्री के सचिव अमन कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी अलोरी पहुंचे। इस मौके पर मुख्यमंत्री की चौपाल में जशपुर के विधायक और सरगुजा एवं उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजशरण भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष गोमती साय, छत्तीसगढ़ खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष कृष्ण कुमार राय, छत्तीसगढ़ वनौषधि बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह और अलोरी के सरपंच वीरेन्द्र भगत भी उपस्थित थे।