जयपुर/अजमेर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना के अनुरूप विश्व प्रसिद्ध तीर्थराज पुष्कर क्षेत्र का विकास करेगी तथा अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर इसे संवारा जाएगा।
उन्होंने कहा कि पवित्र पुष्कर सरोवर के घाटों के सौंदर्यकरण तथा गंदे पानी की समस्या को दूर करने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। राजे मुख्यमंत्री जनसंवाद के तहत शुक्रवार को अजमेर जिले के पुष्कर में सर्वसमाज के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रही थीं।
पूरे दिन राजे ने पुष्कर क्षेत्र के विभिन्न समाजों के लोगों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनीं तथा उनसे सुझाव लिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो श्रद्धालु पुष्कर क्षेत्र में आएं वे संतुष्टि के साथ एक अलग एहसास लेकर जाएं। इसके लिए यहां के लोगों को भी सरकार का सहयोग करना होगा।
प्रदेशवासियों की तकलीफें दूर करना मेरा फर्ज
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 7 करोड़ से अधिक लोगों को मैंने अपना परिवार माना है और मुखिया होने के नाते परिवार के सभी सदस्यों से सीधा संपर्क कर उनकी तकलीफें जानना और उनको दूर करना मेरा फर्ज है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर व्यक्ति को साथ लेकर हमें राजस्थान को नया प्रदेश बनाना है। ‘जनसंवाद कार्यक्रम’ सर्वसमाज के लोगों का अपने परिवार की मुखिया से सीधे जुड़ने और सरकार के बारे में अपना फीडबैक देने का जरिया है। इससे पता चलेगा कि जमीनी स्तर पर वास्तविकता क्या है। साथ ही, आमजन को अपनी समस्याओं के निराकरण में भी मदद मिलेगी।
मौके पर हल हुई पानी की समस्या
अजमेर जिले की श्रीनगर पंचायत समिति के अरड़का गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके गांव में पानी की समस्या है और बीसलपुर का पानी भी नहीं आता। यह सुनकर राजे ने मौके पर ही 80 लाख रूपए से पानी की टंकी बनाने के निर्देश दिए। इसके लिए राज्यसभा सांसद कोष से भी मदद ली जाए।
दलितों की तरक्की से बदलेगी प्रदेश की तस्वीर
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम की शुरूआत दलित समाज से की। सबसे पहले उन्होंने दलित समाज के साथ बैठक की। उन्होंने दलित समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दलितों की तरक्की से प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। इस सोच के आधार पर हमारी सरकार काम कर रही है। बाबा साहेब अम्बेडकर के सपनों को साकार करते हुए हमारी सरकार निरन्तर दलित उत्थान में लगी हुई है।
रैगर, मेघवाल, खटीक एवं अन्य दलित समाज के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक 36 की 36 कौमों और सब मजहबों का विकास नहीं होगा तब तक प्रदेश आगे नहीं बढ़ सकता। दलित समाज ने हमेशा देश का गौरव बढ़ाया है।
आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर राष्टपति रामनाथ कोविंद तथा प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा में दलित समाज के कैलाश मेघवाल अध्यक्ष के रूप में पदस्थापित हैं। यह दलित समाज के लिए गर्व की बात है। दलित समाज भी हमारे परिवार का अभिन्न अंग है।
राजे के सीधे संवाद को लोगों ने सराहा
इस अवसर पर सर्वसमाज के लोगों ने राजे का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पहली बार उन्हें किसी मुख्यमंत्री को व्यक्तिशः अपनी छोटी से छोटी समस्याएं और सुझाव बताने और उनसे सीधा संवाद करने का मौका मिला है। रावत समाज, ब्राह्मण समाज, वैश्य समाज सहित सर्वसमाज के लोगों ने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा फूलमालाएं, चित्र, तलवार आदि भेंटकर उनके प्रति अपने सम्मान की अभिव्यक्ति की।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री यूनुस खान, संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक सुरेश रावत सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।