जोधपुर। बेमेल बाल विवाह निरस्त करने के मामले के निस्तारण में हो रही कथित देरी से व्यथित होकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली बालिका वधु की हालत में निरन्तर सुधार हो रहा है। महात्मा गांधी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती 15 वर्षीय बालिका की हालांकि गुरुवार को तबियत बिगड गई थी, लेकिन चिकित्सकों ने तत्काल हालत सुधार दी।
सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी कृति भारती ने बताया कि भानू (बदला हुआ नाम) को इलाज के दौरान गुरुवार को पूरी तरह होश आया। इस दौरान उसने पेट व पीठ में भयंकर दर्द के अलावा चक्कर आने की शिकायत की। तबियत बिगडती देख एमजीएच अस्पताल अधीक्षक डॉ.पीसी व्यास, उपाधीक्षक डॉ.अरूण पुरोहित के साथ पहुंची चिकित्सकीय टीम ने तुरन्त इलाज किया। इसके बाद से भानू की हालत में सुधार है।
भारती ने बताया कि भानू को अवसाद से उबारने के लिए नियमित काउंसलिंग भी की जा रही है। सारथी ट्रस्ट के सलाहकार बोर्ड की डॉ.वंदना माथुर, जगदीश माथुर व अन्य लोग उसकी काउंसलिंग कर रहे हैं। इसके अलावा मथुरादास माथुर अस्पताल के काउंसलर्स भी मदद कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि एक साल से कानूनन संज्ञेय अपराध बाल विवाह निरस्त का मामला लंबित रहने से मासूम बालिका वधू न्याय की अधूरी आस में अवसादग्रस्त हो गई। जिससे 9 दिसम्बर को खुदकुशी की कोशिश करते हुए नींद की गोलियां निगल ली।
फिलहाल बालिका वधू का एमजी अस्पताल में उपचार जारी है। वहीं सुरक्षा को खतरे के तहत सारथी ट्रस्ट की कृति भारती, भानू और उसके माता-पिता को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।