लखनऊ। राजधानी में वंडर गर्ल के नाम से प्रसिद्ध हुई चार साल सात माह की अनन्या किस कक्षा में पढ़ेगी। अब इसका फैसला अब उसके आईक्यू टेस्ट के बाद होगा।
हालांकि उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस बच्ची का 9वीं कक्षा में सीधे प्रवेश को लेकर चल रहे विवाद पर मंगलवार को ब्रेक लगा दिया।
अनन्या का बुद्धि परीक्षण करने उसके घर पहुंची आयोग की टीम ने बच्ची का दाखिला 9वीं कक्षा में कराए जाने को गलत ठहराया है। आयोग ने साफ किया है कि इसका बच्ची के मानसिक स्तर पर गलत असर पड़ेगा।
आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह के साथ विनिका कारोली और पूजा अवस्थी की टीम मंगलवार सुबह अनन्या के घर पहुंची थी।
करीब एक घंटे के परीक्षण के बाद आयोग ने बच्ची का आईक्यू टेस्ट कराने का फैसला लिया है। इस आईक्यू टेस्ट के आधार पर बच्ची की कक्षा तय कर पढ़ाई कराई जाएगी।
आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह ने बताया कि बच्ची हिंदी पढ़ सकती है। लेकिन वह क्या पढ़ रही है उसे समझ में नहीं आता है? 9वीं की पढ़ाई काफी मुश्किल होती है। विज्ञान, गणित काफी मुश्किल होते हैं।
अभी अनन्या का ये स्थिति नहीं है कि उसे सीधे 9वीं कक्षा में दाखिला करा दिया जाए। उन्होंने कहा कि आईक्यू टेस्ट कराकर वैज्ञानिक पद्धति से बच्ची के स्तर का मूल्यांकन कर उसकी आगे की पढ़ाई का फैसला लिया जाएगा।
जांच के बाद टीम ने 9वीं में सीधे दाखिले को गलत ठहराते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक को नोटिस जारी किया है। डीआईओएस को पांच सितम्बर को आयोग के सामने उपस्थित होकर स्पष्ट करना होगा कि किसी आधार पर दाखिला कराया गया था।