सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर रंगमंच साहित्य संगीत और ललित कलाओं को समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की उदयपुर इकाई की ओर से कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता एवं नृत्य संध्या का आयोजन उदयपुर के फाइव स्टार गार्डन में किया गया। विभिन्न विद्यालयों के 150 नन्हें-मुन्नों की मधुर मंगल प्रस्तुतियों से उपस्थित जन परिजन आनंद विभोर हो गए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आलोक संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि योगेश्वर कृष्ण 64 कलाओं के ज्ञाता प्रभु हैं। संस्कार भारती कला संस्था द्वारा योगेश्वर कृष्ण का जन्मोत्सव आमजन को प्रेरणा देता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला सांख्यिकी विभाग के निदेशक पुनीत शर्मा एवं सम्यक ज्ञान पीठ के निदेशक गजेन्द्र मेहता थे। अध्यक्षता डाॅ. वरिष्ठ संस्कृतिविद् राधाकृष्ण वशिष्ठ ने की।
कार्यक्रम की संयोजक चन्द्रकला चैधरी के निर्देशन में शास्त्रीय नृत्यों से प्रशिक्षित 50 विद्यार्थियांे ने मधुर मंगल प्रस्तुतिया दीं। कथक आश्रम उदयपुर द्वारा उप शास्त्रीय फिल्मी गीत मधुबन में राधिका पर समूह नृत्य, ठुमरी – मोहे छेड़ो ना पर समूह नृत्य, शुद्ध कथक, मधुराष्टकम् पर सामूहिक नृत्यों की प्रस्तुतियों से सभी दर्शक अभिभूत हो गए। प्रतियोगिता के निर्णायक समकालीन कलाकार छोटूलाल एवं शिखा बहल ने श्रेष्ठ रूपों का चयन किया।
अतिथियों का स्वागत महानगर अध्यक्ष डॉ. धर्मवीर वशिष्ठ एवं महामन्त्री नरेंद्र ब्यावत ने किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर कार्यवाह पुष्कर लोहार ने पर्व की आध्यत्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि पर विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन मनोज गीतांकर ने किया।
ये रहे परिणाम –
कक्षा नर्सरी से कक्षा 2 तक के बच्चे
1. वत्सल छाजेड़, महावीर विद्या मंदिर, नर्सरी
2. लवराज चैधरी, द स्टेनवर्ड, नर्सरी
3. हर्षवर्धन सिसोदिया, स्टेनवर्ड, दूसरी
4. मान्या दोन्डोरिया, सेंट पाॅल्स, दूसरी
5. कार्तिक चैधरी, द स्टेनवर्ड, पहली
6 आराध्य आर्य, सेंट मेरिज, यूकेजी
द्वितीय समूह – कक्षा 3 से कक्षा 5 तक पुरुस्कृत बच्चे
1. रुझान भारद्वाज, महाराणा मेवाड़ विद्या मंदिर, पांचवीं
2. कृतिका सुथार, शिशु रंजन एकेडमी, चैथी
3. दीप्ति राजपूत, शिशु रंजन, तीसरी
4. नमन वर्मा, इंडो अमेरिकन, पांचवीं
5. भाविल गन्धर्व, सेंट पाॅल्स, पांचवीं