बीजिंग। चीन ने शुक्रवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र में बाधित (ब्लॉक) कर दिया। चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि यूएनएससी समिति में आम सहमति ना होने की वजह से मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने का आवेदन खारिज हो गया।
यह दूसरी बार है जब चीन ने इस प्रस्ताव को वीटो किया है। इससे पहले उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अल-कायदा प्रतिबंध समिति के समक्ष पिछले वर्ष मार्च में पहली बार भेजे गए भारतीय प्रस्ताव को खारिज (वीटो) कर दिया था।
इस संबंध में फ्रांस और ब्रिटेन के समर्थन से अमेरिकी प्रस्ताव को भी चीन ने खारिज कर दिया था। पहले इसे जनवरी में बाधित किया गया और फिर इसपर अगस्त में तीन महीने की तकनीकी रोक लगा दी गई।
अब इस संबंध में नया प्रस्ताव लाना पड़ेगा। चीन यूएनएससी के 15 सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बनने और अजहर के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं होने का हवाला देकर इसे बार-बार खारिज कर रहा है। अजहर जनवरी 2016 में भारत में सैन्य शिविर पर हुए हमले का मुख्य साजिशकर्ता है।
भारत ने कहा कि केवल चीन ही अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के पक्ष में नहीं है। अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी की सूची में डालने को लेकर भारत और चीन बीच लगातार तनातनी बनी हुई है, चीन ने हालांकि ब्रिक्स सम्मेलन में एक साझा बयान में अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेने पर सहमति जताई थी।