बीजिंग/नई दिल्ली। गोवा में ब्रिक्स शिखरसम्मेलन के समाप्त होने के कुछ ही घंटों के भीतर चीन ने तंकवाद पर पाकिस्तान के खिलाफ भारत की मुहिम को अनदेखा कर दिया और कहा बीजिंग आतंकवाद को किसी एक देश, जातीयता या धर्म के साथ जोड़ने के विरुध्द है।
उल्लेखनीय है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आतंकवाद के विषय पर पाकिस्तान पर करारा हमला किया था और कहा था कि पाकिस्तान विश्व में आतंकवाद का जन्मदाता है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, सभी को मालूम है कि भारत और पाकिस्तान, दोनों ही आतंकवाद के शिकार हैं। पाकिस्तान ने आतंकवाद से लड़ने के लिए कई प्रयास किए हैं और बलिदान भी दिए हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इसका आदर करना चाहिए। उन्होंने कहा चीन और पाकिस्तान गहरे मित्र हैं और उनके बीच क़रीबी कूटनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंध हैं।
वहीँ मोबोर (गोवा) में बिम्सटेक देशों ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरने के भारत के प्रयासों का समर्थन किया है और कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल आतंकी नेटवर्क को नष्ट करने या रोकने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए।
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पकिस्तान का नाम लिए बिना बिम्सटेक देशों ने कहा कि लड़ाई उन देशों के विरुध्द भी होनी चाहिए जो आतंकवादियों का समर्थन करते हैं या उसका महिमामंडन करते हैं।
पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के हिज़्बुल आतंकी बुरहान वानी को एक शहीद बताए जाने पर बिमस्टेक ने कहा कि आतंकवादियों को शहीद बता कर उनका महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए।