चित्तौडग़ढ़। चित्तौडग़ढ़ शहर के समीप पारोली गांव में शनिवार तडक़े कालबेलिया गिरोह के बदमाशों ने एक भील मां-बेटी को बंधक बनाकर उन्हें लूटा और बेटी के साथ दुष्कर्म कर फरार हो गए।
लूट की घटना तो चंदेरिया थाना पुलिस ने रविवार को ही दर्ज कर ली थी लेकिन दुष्कर्म की घटना को गांव की पंचायत ने दबाकर रखा लेकिन सोमवार को पुलिस जब मौका तस्दीक करने गई तो पीडि़ता ने अपने साथ हुई ज्यादती के बारे में बताया जिस पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।
वृत्ताधिकारी राजेंद्र ओझा ने बताया कि शनिवार को गांव के कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव में लूट की घटना हो गई जिस पर मौके पर गई पुलिस ने पीडि़त परिवार की महिला की रिपोर्ट दर्ज की।
सोमवार जब पुलिस मौका तस्दीक करने गई तो बाइस वर्षीय विवाहिता ने सम्पूर्ण घटनाक्रम बताते हुए उसके साथ एक लुटेरे द्वारा दुष्कर्म करने की भी जानकारी दी।
पीडि़ता ने रिपोर्ट में लिखवाया कि घटना के दिन घर में केवल वह और उसकी मां ही थी कि आधी रात बाद करीब चार पांच लुटेरे जो कालबेलिया समुदाय के होकर पास के ही गांव सूठमाल के निवासी है, लाठियां लेकर घर में प्रवेश कर गए।
उन्होंने उसकी मां को चद्दर में लपेटकर बांध दिया और उनके पहने हुए करीब आधा किलो वजनी चांदी के जेवर तथा दो तोला वजनी सोने का मांदलिया लूट लिए। लूट के बाद एक बदमाश ने उसे पकड़ लिया व दूसरा बदमाश जिसे वह जानती है उसका नाम राजू कालबेलिया है, ने उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में सभी फरार हो गए।
पुलिस ने चंदेरिया थाने पर सोमवार शाम को दुष्कर्म की धारा भी जोड़ दी। उन्होंने बताया कि बदमाशों की तलाश में उनके गांव में व अन्य जगह छापेमारी की गई लेकिन सभी फरार है।
दुष्कर्म की घटना सोमवार पुलिस को बताने के पीछे पुलिस को ग्रामीणों से जानकारी मिली कि घटना के बाद सुबह पीडि़त मां-बेटी ने गांव वालों को घटना बताई और बाद में गांव की मंगरी पर ग्रामीणों ने पंचायत की जिसमें दुष्कर्म की बात भी सामने आई।
लेकिन क्षेत्र के एक दबंग नेता जो राजनीतिक दल का पदाधिकारी होकर क्षेत्र का जन प्रतिनिधि भी रह चुका है, ने आरोपियों को बुलवा भी लिया और पीडि़ता ने उसकी पहचान भी कर ली। उसी नेता ने रविवार को पुलिस को सूचना भी दी लेकिन दुष्कर्म की बात नहीं बताई।
उसने पीडि़ता को आरोपी से हर्जाना दिलवाने की बात कहकर चुप करवा दिया था जिससे पुलिस को कल यह जानकारी नहीं मिल सकी और सोमवार जब मौका तस्दीक करने स्वयं थानाधिकारी गए तब दुष्कर्म की घटना का पता चला।
इसी कालबेलिया गिरोह ने पांच वर्ष पूर्व भी लूट के साथ दो महिलाओं का दुष्कर्म किया था जिसमें आधा दर्जन को दस-दस साल की सजा हुई और वे जेल में है।