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2008 में न चोपर खरीदा, न एक पैसे का भुगतान : परनामी - Sabguru News
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2008 में न चोपर खरीदा, न एक पैसे का भुगतान : परनामी

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2008 में न चोपर खरीदा, न एक पैसे का भुगतान : परनामी
Chopra deal : BJP state president ashok Parnami Reacting to the allegations sachin pilot
Chopra deal : BJP state president ashok Parnami Reacting to the allegations sachin pilot
Chopra deal : BJP state president ashok Parnami Reacting to the allegations sachin pilot

जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट पर एक बार फिर पलटवार करते हुए कहा है कि या तो पायलट साबित करें कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की पूर्ववर्ती सरकार ने वर्ष 2008 में 17 सीटर ए डब्ल्यू-139 हैलीकॉप्टर खरीदने के लिए 7 करोड़ रुपए का भुगतान किया था, या वे प्रदेश की जनता से इतना बड़ा झूठ बोलने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।

परनामी ने एक बयान में कहा कि पायलट प्रदेश में एक राजनीतिक दल के मुखिया है, जो सांसद और केन्द्रीय मंत्री भी रह चुके हैं, उन्हें अपनी गरिमा का ध्यान रखते हुए इतना बड़ा झूठ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने दावे के साथ कहा कि 2008 में न तो कोई हैलीकॉप्टर खरीदा गया और न ही हैलीकॉप्टर खरीदने के लिए एक पैसे का भी भुगतान किया गया। सच तो यह है कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अपनी आलाकमान सिग्नोर गांधी यानि मैडम गांधी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से ध्यान हटाने के लिए हर रोज नया झूठ बोल रहे हैं।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सचिन बताए कि कैग की रिपोर्ट में कहां लिखा हुआ है कि अगस्ता हैलीकॉप्टर खरीद में भ्रष्टाचार हुआ है। जन लेखा समिति ने 15 मई, 2013 में जो विधानसभा में कैग की रिपोर्ट का जवाब प्रस्तुत किया उसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि प्रशिक्षित पायलट उपलब्ध न होने के कारण खरीदने के बाद अगस्ता हैलीकॉप्टर कुछ समय के लिए इस्तेमाल नहीं हुआ।

इस कारण हवाई यात्राओं पर 1.14 करोड़ का व्यय हुआ है, जिसे परिहार्य व्यय नहीं माना जा सकता। जनलेखा समिति ने यह रिपोर्ट उन्हीं की कांग्रेस सरकार के समय विधानसभा में भी पेश की थी, जिसमें कांग्रेस के कई सदस्य शामिल थे। यदि वे इस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होते तो इसे विधानसभा में प्रस्तुत नहीं होने देते। पायलट बताए कि कुछ समय के लिए हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं होना कैसे भ्रष्टाचार हो गया।

उन्होंने कहा कि उस वक्त देश और प्रदेश में कांग्रेस की सरकारें थी फिर उस समय सीबीआई से जांच क्यों नहीं करवाई? उस वक्त विधानसभा में जब जन लेखा समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की उस वक्त कांग्रेस ने क्यों विरोध नहीं किया ? जिस अगस्ता हैलीकॉप्टर के इस्तेमाल नहीं होने की बात को यह भ्रष्टाचार मान रहे हैं तो फिर पायलट यह भी जवाब दें कि 2011 में दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद उस हैलीकॉप्टर को दुरस्त करवाकर कांग्रेस सरकार ने उसे क्यों इस्तेमाल नहीं किया? क्यों उसे कबाड़ की स्थिति में ला दिया?

हैलीकॉप्टर होने के बावजूद क्यों हवाई यात्राओं पर अनाप-शनाप व्यय किया गया? यदि कांग्रेस हमारे समय में हैलीकॉप्टर इस्तेमाल नहीं किए जाने को भ्रष्टाचार मानती है तो फिर ये क्या है? भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में हमेशा सत्ता और संगठन एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। कांग्रेस की तरह अलग-अलग नहीं। इसलिए हमारे यहां सरकार की ओर से जवाब संगठन देता है।

विमंदित बच्चों की मृत्यु को लेकर परनामी ने कहा कि यह एक दुखद घटना है, जिसकी जांच के मुख्यमंत्री ने आदेश दे दिए हैं लेकिन उनकी मौत को लेकर राजनीति करने वाले सचिन पायलट जरा अपनी पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को भी देख लें, जिसमें आयेदिन भूख से मौतें हुआ करती थी। प्रदेश में सरकार ने पेयजल का पूरा इंतेजाम किया है।

जयपुर में पिछली सरकार की अपेक्षा अधिक पानी मिल रहा है। उसके बावजूद पायलट सिर्फ बयान देने की खानापूर्ति में आरोप लगा रहे हैं। जिस शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रहने की बात कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कर रहे हैं उस शिक्षा के अधिकार से तो अब गरीब बच्चों को ही प्रवेश मिल रहा है।