वाशिंगटन। अमरीका के कई सांसदों एवं विशेषज्ञों ने पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद में कटौती करने को कहा है। इसके साथ ही पाक को आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देश के तौर पर सूचीबद्ध करने की अपील की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकवादी तत्वों को समर्थन देने वाला और चीजों को जोड़ तोड़ कर पेश करने वाला पाकिस्तान अमरीका को मूर्ख समझता रहा है।
पूर्ववर्ती बुश काल के शीर्ष राजनयिक जाल्मे खलीलजाद ने सांसदों से कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व ने किस प्रकार दशकों से अमरीकी प्रणाली के साथ खेल खेला है।
जम्मू-कश्मीर में हिजबुल कमांडर एवं आतंकी बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी की सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हुई मौत से बौखलाया पाकिस्तान अब दुनिया के पांच बड़े देशों के सामने भारत की शिकायत लेकर पहुंच गया है।
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के पांच स्थायी सदस्य देशों पी-5 से कहा कि वे कश्मीर में उत्पन्न हुए तनावपूर्ण हालातों का संज्ञान लें। पी-5 देशों में चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमरीका है।
पाकिस्तान के विदेश सचिव ने पी-5 देशों के राजदूतों से मुलाकात कर कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की शिकायत करके कश्मीर के हालातों पर चर्चा की है।
सदन की विदेश मामलों की समिति की एशिया एवं प्रशांत उपसमिति के अध्यक्ष मैट सैल्मन ने कहा कि वे हमें मूर्ख बना रहे हैं। वे हमें मूर्ख समझते हैं। यह माफिया को धन देने की तरह है।
उन्होंने कहा कि यदि मैं गैरराजनयिक शब्द का इस्तेमाल कर सकता हूं तो हम बहुत भोले भाले रहे हैं। सैल्मन ने कहा कि भोले भाले मूर्ख अधिकतर अमरीकी यह देख सकते हैं और हमारे तथाकथित नेताओं को यह बात अभी तक समझ नहीं आई।
फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के लॉन्ग वार जर्नल के वरिष्ठ संपादक बिल रोजियो ने खलीलजाद से अपील की कि पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद में कटौती की जाए। उसे आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देश के रूप में सूचीबद्ध किया जाए।
रोजियो ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान खलीलजाद एवं अन्य विशेषज्ञों के साथ ‘पाकिस्तान: आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मित्र या दुश्मन’ विषय पर अपना पक्ष रखा।
कांग्रेस के सदस्य डाना रोहराबाचर ने कहा कि पाकिस्तान सरकार और सउदी अरब ने तालिबान एवं हक्कानी नेटवर्क बनाया है। रोहराबाचर ने कहा कि यह भ्रष्ट दमनकारी शासन बलूचिस्तान के लोगों को मार रहा है।
बलूचिस्तान के लोगों को यह समझना चाहिए कि अमरीका एक भ्रष्ट, आतंकवादी समर्थन शासन से उनकी स्वतंत्रता एवं स्वाधीनता के लिए उनके साथ है।
अमरीकन यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर ट्रीसिया बैकन ने कहा, यह पाकिस्तानी सेना का एक हथियार है। बैकन ने कहा कि आईएसआई पाकिस्तानी सेना की एक शाखा है। यह पाकिस्तानी सेना की इच्छा को अंजाम दे रहा है जो वास्तव में पाकिस्तानी सरकार है।